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प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सांसदों के लिए प्रदर्शन स्थल पर भेजा घर का खाना
नई दिल्ली । कांग्रेस
महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन
कर रहे कांग्रेस सांसदों के लिए अपनी रसोई में पकाया हुआ भोजन भेजा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका के साथ प्रदर्शन
स्थल पर पहुंचे।
जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर सांसद और विधायक कांग्रेस की पंजाब इकाई से हैं। जब आईएएनएस ने पंजाब के खडूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल से बात की, तो उन्होंने कहा, "हम शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा से मिले थे और एक लंबी बातचीत की थी। ऐसा लगता है कि वह हमारे द्वारा किए गए काम की सराहना करना चाहती हैं और इसके लिए उन्होंने खाना भेजा है।"
प्रियंका ने विरोध जता रहे सांसदों एवं विधायकों के लिए पनीर, राजमा, चावल, रोटी और गजरेला भेजा। जसबीर सिंह गिल ने आईएएनएस को बताया कि ज्यादातर तो उन्हें स्थानीय गुरुद्वारों और कभी-कभी लोगों के घरों से भोजन मिलता है।
कांग्रेस नेता पिछले 52 दिनों से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में अपना विरोध जता रहे हैं। गिल ने यह भी कहा कि वे तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता।
सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल नए कृषि कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी है और विवाद सुलझाने के लिए चार सदस्यीय समिति की घोषणा की है। हालांकि किसान इसके बाद भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं और उनका विरोध प्रदर्शन जारी है।
--आईएएनएस
जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने वाले ज्यादातर सांसद और विधायक कांग्रेस की पंजाब इकाई से हैं। जब आईएएनएस ने पंजाब के खडूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल से बात की, तो उन्होंने कहा, "हम शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा से मिले थे और एक लंबी बातचीत की थी। ऐसा लगता है कि वह हमारे द्वारा किए गए काम की सराहना करना चाहती हैं और इसके लिए उन्होंने खाना भेजा है।"
प्रियंका ने विरोध जता रहे सांसदों एवं विधायकों के लिए पनीर, राजमा, चावल, रोटी और गजरेला भेजा। जसबीर सिंह गिल ने आईएएनएस को बताया कि ज्यादातर तो उन्हें स्थानीय गुरुद्वारों और कभी-कभी लोगों के घरों से भोजन मिलता है।
कांग्रेस नेता पिछले 52 दिनों से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में अपना विरोध जता रहे हैं। गिल ने यह भी कहा कि वे तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता।
सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल नए कृषि कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी है और विवाद सुलझाने के लिए चार सदस्यीय समिति की घोषणा की है। हालांकि किसान इसके बाद भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं और उनका विरोध प्रदर्शन जारी है।
--आईएएनएस
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