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रूस में पीएम मोदी : वार्ता अनौपचारिक, मुद्दे वैश्विक, टिकी दुनिया की नजर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार दोपहर 12 बजे के करीब रूस के सोचि शहर पहुंच गए। चीन की ही तरह पीएम मोदी का ये दौरा बिना किसी एजेंडे का होगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जब प्रधानमंत्री बात कर रहे होंगे, तो कोई तय एजेंडा नहीं होगा हालांकि दोनों नेता राष्ट्रीय मुद्दों के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बात करेंगे। जिसमें आतंकवाद, अमेरिका, चीन और नॉर्थ कोरिया जैसे कुछ अहम मुद्दे शामिल हैं।
दोनों शीर्ष नेताओं की यह मुलाकात चार से छह घंटे चल सकती है और इसका कोई तय ‘एजेंडा’ नहीं है। इस बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर बहुत सीमित ही चर्चा होने की संभावना है।
आतंकवाद के खतरे व ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठकों पर होगा विचार-विमर्श
बताया जा रहा है कि दोनों नेता ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने, अफगानिस्तान व सीरिया में हालात, आतंकवाद के खतरे तथा आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) व ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठकों पर विचार विमर्श कर सकते हैं। इसी तरह अमेरिका के एक नए कानून सीएएटीएसए के तहत रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के भारत-रूस रक्षा सहयोग पर संभावित असर भी इस दौरान चर्चा हो सकती है।
सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे को अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के साथ उठा रही है और वह रूस के साथ अपने रक्षा संबंधों पर किसी तीसरे पक्ष के ‘हस्तक्षेप’ की अनुमति नहीं देगा। इस अनौपचारिक शिखर वार्ता का उद्देश्य दोनों देशों की दोस्ती व विश्वास का इस्तेमाल प्रमुख वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर समझ कायम करना है।
मेक इन इंडिया पर करेंगे बात
व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मेक इन इंडिया की भी बात करेंगे और रूस से निवेश का आग्रह करेंगे. बता दें कि हाल ही में पुतिन चौथी बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए हैं, ऐसे में मोदी का दौरा और भी खास हो जाता है.
दोनों शीर्ष नेताओं की यह मुलाकात चार से छह घंटे चल सकती है और इसका कोई तय ‘एजेंडा’ नहीं है। इस बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर बहुत सीमित ही चर्चा होने की संभावना है।
आतंकवाद के खतरे व ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठकों पर होगा विचार-विमर्श
बताया जा रहा है कि दोनों नेता ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने, अफगानिस्तान व सीरिया में हालात, आतंकवाद के खतरे तथा आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) व ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठकों पर विचार विमर्श कर सकते हैं। इसी तरह अमेरिका के एक नए कानून सीएएटीएसए के तहत रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के भारत-रूस रक्षा सहयोग पर संभावित असर भी इस दौरान चर्चा हो सकती है।
सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे को अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के साथ उठा रही है और वह रूस के साथ अपने रक्षा संबंधों पर किसी तीसरे पक्ष के ‘हस्तक्षेप’ की अनुमति नहीं देगा। इस अनौपचारिक शिखर वार्ता का उद्देश्य दोनों देशों की दोस्ती व विश्वास का इस्तेमाल प्रमुख वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर समझ कायम करना है।
मेक इन इंडिया पर करेंगे बात
व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मेक इन इंडिया की भी बात करेंगे और रूस से निवेश का आग्रह करेंगे. बता दें कि हाल ही में पुतिन चौथी बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए हैं, ऐसे में मोदी का दौरा और भी खास हो जाता है.
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