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पाटलिपुत्र संसदीय सीट: मीसा भारती-रामकृपाल यादव के बीच रौचक मुकाबला
चौधरी कहते हैं कि पाटलिपुत्र में मोदी के विकास मॉडल और लालू के
सहानुभूति का मुकाबला होना तय है।
पटना के वरिष्ठ पत्रकार नलिन वर्मा कहते हैं कि पाटलिपुत्र में मुकाबला
कांटे का है। विश्व के प्रचाीनतम नगरों में शुमार रखने वाले इस क्षेत्र में
प्राचीन काल से सर्वप्रमुख सता और व्यापारिक केंद्र रहा है। चुनाव प्रचार
में हरेक प्रत्याशी पूरी ताकत लगा चुका है, मगर मतदाता अभी खुलकर कुछ भी
नहीं बोल रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार 19 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाले इस संसदीय क्षत्र में एक
अनुमान के मुताबिक यादव मतदाताओं की संख्या 25 से 30 प्रतिशत है, जबकि
इतनी ही संख्या सवर्ण मतदाताओं की भी है। ऐसे में मुकाबला कांटे का माना जा
रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह यहां की राजनीति को समझाते हुए बताते हैं कि पिछले चुनाव में जद (यू) को मिला वोट अगर भाजपा के उम्मीदवार को और भाकपा (माले) को मिला मत राजद के पक्ष में जाएगा, तब मुकाबला कांटे का और दिलचस्प बना हुआ है। लालू के सहानुभूति के संबंध में पूछे जाने पर कहते हैं कि ऐसा मुझे नहीं लगता। यहां मुख्यरूप से जाति के आधार पर वोट बंटेंगे। यादव प्रारंभ से ही राजद का वोटबैंक रहा है, जबकि इस क्षेत्र में यादव के वोटों का बंटवारा होगा। सवर्ण मतदाताओं का वोट राजग के पक्ष में आने की पूरी उम्मीद है। वैसे, दोनों गठबंधनों को अपने वोट बैंक को दूसरे दलों में शिफ्ट करना चुनौती है।
इधर, राजग के प्रत्याशी रामकृपाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रथ पर सवार सफलता से दिल्ली तक पहुंचने की बात कर रहे हैं। वे कहते हैं कि देश को मजबूत बनाने और बिहार से लेकर देश तक में गरीबों तक विकास पहुंचाने वाले मोदी को सभी वर्ग के लोग फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाह रहे हैं, ऐसे में सभी लोग भाजपा के साथ खड़े हैं। प्रचार पर निकली राजद उम्मीदवार मीसा कहती हैं कि इस क्षेत्र की जनता अपने नेता लालू प्रसाद के अपामन का बदला लेने के लिए वोट करेंगे।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महागठबंधन की हवा है। इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी जनसभा कर चुके हैं। मीसा के साथ उनकी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी क्षेत्र का सघन दौरा कर रही हैं और लालू के साथ हुए कथित अन्याय के विरुद्ध लोगों से वोट मांग रही हैं। इस क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है, जबकि मतगणना 23 मई को होगा।
(आईएएनएस)
वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह यहां की राजनीति को समझाते हुए बताते हैं कि पिछले चुनाव में जद (यू) को मिला वोट अगर भाजपा के उम्मीदवार को और भाकपा (माले) को मिला मत राजद के पक्ष में जाएगा, तब मुकाबला कांटे का और दिलचस्प बना हुआ है। लालू के सहानुभूति के संबंध में पूछे जाने पर कहते हैं कि ऐसा मुझे नहीं लगता। यहां मुख्यरूप से जाति के आधार पर वोट बंटेंगे। यादव प्रारंभ से ही राजद का वोटबैंक रहा है, जबकि इस क्षेत्र में यादव के वोटों का बंटवारा होगा। सवर्ण मतदाताओं का वोट राजग के पक्ष में आने की पूरी उम्मीद है। वैसे, दोनों गठबंधनों को अपने वोट बैंक को दूसरे दलों में शिफ्ट करना चुनौती है।
इधर, राजग के प्रत्याशी रामकृपाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रथ पर सवार सफलता से दिल्ली तक पहुंचने की बात कर रहे हैं। वे कहते हैं कि देश को मजबूत बनाने और बिहार से लेकर देश तक में गरीबों तक विकास पहुंचाने वाले मोदी को सभी वर्ग के लोग फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाह रहे हैं, ऐसे में सभी लोग भाजपा के साथ खड़े हैं। प्रचार पर निकली राजद उम्मीदवार मीसा कहती हैं कि इस क्षेत्र की जनता अपने नेता लालू प्रसाद के अपामन का बदला लेने के लिए वोट करेंगे।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महागठबंधन की हवा है। इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी जनसभा कर चुके हैं। मीसा के साथ उनकी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी क्षेत्र का सघन दौरा कर रही हैं और लालू के साथ हुए कथित अन्याय के विरुद्ध लोगों से वोट मांग रही हैं। इस क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है, जबकि मतगणना 23 मई को होगा।
(आईएएनएस)
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