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पुलवामा हमला : इमरान खान को भारत ने दिया करारा जवाब, जानिए क्या कहा
नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बारे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने अपने बयान में कहा कि अगर भारत के पास कोई सबूत हो तो वो पेश करे। भारत सरकार का ये कहना कि पुलवामा आतंकी हमले में पाक फौज का हाथ है सरासर गलत और तथ्यों से परे है। ये बात अलग है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान सरकार पर जमकर निशाना साधा।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमें इस बात को लेकर थोड़ा भी आश्चर्य नहीं है कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले को आतंकी हमला मानने से इंकार कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पाक पीएम इमरान खान ने न तो पुलवामा हमले की निंदा की और न ही शोक संतप्तप परिवारों के बारे में संवेदना जताई। जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। लेकिन पाकिस्तान के पीएम ने उस दावे को ठुकरा दिया है। इसमें दो मत नहीं है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है।
ये सब अपने आप में कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के पास पर्याप्त सबूत हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान का कहना है कि अगर पर्याप्त साक्ष्य भारत के साथ उपलब्ध कराए जाते हैं तो वो जांच में सहयोग करेगा। ये अपने आप में बहाना है। अगर आप मुंबई हमलों को देखें तो उस संबंध में पाकिस्तान को पर्याप्त सबूत दिए गए हैं। लेकिन उस मामले में 10 साल बीत चुके हैं और हर किसी को पता है कि क्या कुछ हुआ है।
इसी तरह से पठानकोट में हमला हुआ था। उस केस में भी किसी तरह की प्रगति नहीं हुई। पाकिस्तान की तरफ से पुख्ता कार्रवाई का वादा किया गया। लेकिन वादे खोखले साबित हुए। इस नए पाकिस्तान में पाक सरकार के मंत्री हाफिज सईद के साथ मंच साझा करते हैं जिसे यूएन प्रतिबंधित कर चुका है।
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है। साथ ही उन्होंने भारत से सबूतों की मांग की और कहा कि सबूत मिलने पर वह कार्रवाई जरूर करेगा।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमें इस बात को लेकर थोड़ा भी आश्चर्य नहीं है कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले को आतंकी हमला मानने से इंकार कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पाक पीएम इमरान खान ने न तो पुलवामा हमले की निंदा की और न ही शोक संतप्तप परिवारों के बारे में संवेदना जताई। जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। लेकिन पाकिस्तान के पीएम ने उस दावे को ठुकरा दिया है। इसमें दो मत नहीं है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है।
ये सब अपने आप में कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के पास पर्याप्त सबूत हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान का कहना है कि अगर पर्याप्त साक्ष्य भारत के साथ उपलब्ध कराए जाते हैं तो वो जांच में सहयोग करेगा। ये अपने आप में बहाना है। अगर आप मुंबई हमलों को देखें तो उस संबंध में पाकिस्तान को पर्याप्त सबूत दिए गए हैं। लेकिन उस मामले में 10 साल बीत चुके हैं और हर किसी को पता है कि क्या कुछ हुआ है।
इसी तरह से पठानकोट में हमला हुआ था। उस केस में भी किसी तरह की प्रगति नहीं हुई। पाकिस्तान की तरफ से पुख्ता कार्रवाई का वादा किया गया। लेकिन वादे खोखले साबित हुए। इस नए पाकिस्तान में पाक सरकार के मंत्री हाफिज सईद के साथ मंच साझा करते हैं जिसे यूएन प्रतिबंधित कर चुका है।
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है। साथ ही उन्होंने भारत से सबूतों की मांग की और कहा कि सबूत मिलने पर वह कार्रवाई जरूर करेगा।
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