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ओमप्रकाश राजभर ने कहा, पूर्वाचल में SP-BSP गठबंधन को मिलेगी भारी जीत
बलिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाराज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष व योगी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को बलिया के मीरगंज प्राथमिक विद्यालय में अपने पूरे परिवार के साथ मतदान किया।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी (सपा) - बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इस बार किसी भी दल को देश में पूरा बहुमत नहीं मिलेगा। लेकिन पूर्वांचल में सपा-बसपा के गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। पूर्वाचल की कम से कम 30 सीटों पर हमारा साथ न मिलने से भाजपा को प्रभाव पड़ेगा। गोरखपुर, गाजीपुर और बलिया सीट भाजपा हार रही है।
भाजपा से अलग हुए राजभर ने दावा किया कि प्रदेश से भाजपा को सिर्फ 15 सीटें मिलेंगी। सपा-बसपा गठबंधन को 55 से 60 सीटें हासिल होंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खाते में ढाई सीट ही आएगी। इससे पहले भी ओमप्रकाश राजभर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि इस बार दिल्ली की कुर्सी पर एक दलित की बेटी बैठेगी।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा को वोट नहीं दिलाएंगे। मैं एक घोसी की सीट मांग रहा था, लेकिन हमें नहीं दी गई। देश के चुनाव में हम उनके साथ नहीं हैं। सपा-बसपा गठबंधन में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में विकल्प हमेशा खुले रहते हैं। सुभासपा की बढ़ती ताकत से भाजपा चिंतित रही है। उन्होंने कह कि मैंने मंत्री पद छोड़ दिया है। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा स्वीकार करना या नहीं करना राष्ट्रीय अध्यक्ष का विषय है।
(आईएएनएस)
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी (सपा) - बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इस बार किसी भी दल को देश में पूरा बहुमत नहीं मिलेगा। लेकिन पूर्वांचल में सपा-बसपा के गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। पूर्वाचल की कम से कम 30 सीटों पर हमारा साथ न मिलने से भाजपा को प्रभाव पड़ेगा। गोरखपुर, गाजीपुर और बलिया सीट भाजपा हार रही है।
भाजपा से अलग हुए राजभर ने दावा किया कि प्रदेश से भाजपा को सिर्फ 15 सीटें मिलेंगी। सपा-बसपा गठबंधन को 55 से 60 सीटें हासिल होंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खाते में ढाई सीट ही आएगी। इससे पहले भी ओमप्रकाश राजभर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि इस बार दिल्ली की कुर्सी पर एक दलित की बेटी बैठेगी।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा को वोट नहीं दिलाएंगे। मैं एक घोसी की सीट मांग रहा था, लेकिन हमें नहीं दी गई। देश के चुनाव में हम उनके साथ नहीं हैं। सपा-बसपा गठबंधन में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में विकल्प हमेशा खुले रहते हैं। सुभासपा की बढ़ती ताकत से भाजपा चिंतित रही है। उन्होंने कह कि मैंने मंत्री पद छोड़ दिया है। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा स्वीकार करना या नहीं करना राष्ट्रीय अध्यक्ष का विषय है।
(आईएएनएस)
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