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टीएडी शासन सचिव डॉ. समित शर्मा सहित अधिकारियों ने किया सघन निरीक्षण, अनियमितताओं पर लगाई फटकार

उदयपुर । जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा सहित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के
अधिकारियों ने सोमवार को जिले में विभिन्न छात्रावासों, शिशु गृह, आवासीय
विद्यालयों, मां-बाडी केन्द्रों एवं विभागीय भवनों व परिसरों का सघन
निरीक्षण किया। इस दौरान विभिन्न संस्थाओं व विद्यालयों में अनियमिताएं
मिलने पर उन्होंने संबंधित प्रभारी को फटकार लगाई और व्यवस्थाओं को सुदृढ़
बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही विभिन्न संस्थाओं में व्यवस्थाओं पर
किये गये नवाचारों की सराहना भी की। निरीक्षण के दौरान मां-बाड़ी केंद्रों
में एलईडी के माध्यम से नन्हें बच्चों को दिए करवाए जा रहे अध्ययन की
व्यवस्थाओं को देखा और सराहना की। उन्होंने शिक्षा को गुणवत्ता में सुधार
करते हुए विभागीय योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ बच्चों एवं संबंधित लाभार्थियों
तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
विभागीय भवनों व परिसरों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां पानी व बिजली सहित विद्यार्थियों के लिए पाठ्य सामग्री, प्रशिक्षण व्यवस्था, उपयुक्त आवास व्यवस्था, खेल सुविधा आदि का जायजा लिया और पाई गई कमियों के शीघ्र सुधार हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।डॉ. समित शर्मा ने बताया कि पूरे राज्य में आयोजित इस पर्यवेक्षण विजिट अभियान का उद्देश्य विभाग के प्रत्येक हॉस्टल, स्कूल और संस्था को आदर्श स्थिति में लाना और उसे मॉडल छात्रावास या मॉडल स्कूल बनाना है। अभियान के दौरान समस्त राजकीय छात्रावास, विद्यालय, आवासीय गृह, अनुदानित संस्थाएं, बाल अधिकारिता से जुड़े हुए कार्यालय-संस्थाएं एवं विशेष योग्यजनों से संबंधित संस्थाओं का सघन निरीक्षण किया जा रहा है। सघन निरीक्षण अभियान का मूल उद्देश्य राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी स्तर पर क्रियान्विती, आमजन को गुणवत्तापूर्ण राज्य की सेवाएं उपलब्ध कराना, कार्यालयों में अधिकारियों व कर्मचारियों को बेहतर कार्य करने हेतु मार्गदर्शन प्रदान करना, कार्यालय पद्धति व कार्य निष्पादन में सुधार लाना सुशासन प्रदान करने व संवेदनशील पारदर्शी तथा उत्तरदाई प्रशासनिक व्यवस्था लागू करना है। किए जाने वाले निरीक्षण की रिपोर्ट मौके पर ही निरीक्षण प्रपत्र गूगल शीट में डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान की गई है एवं राज्य स्तरीय व्हाट्सएप ग्रुप पर भी सूचनाएं प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के माध्यम से छात्रावास, आवासीय विद्यालय एवं संस्थाओं में आधारभूत व्यवस्था का निरीक्षण सुव्यवस्थित कराना एवं विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक एवं आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना रसोई एवं खाद्य सामग्री संबंधी मौके पर निरीक्षण कर गुणवत्ता को देखना एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन बच्चों को प्राप्त हो यह सुनिश्चित करना।साथ ही छात्रावासों में जन सहयोग से फर्नीचर, गीजर वाटर कूलर, सौर विद्युत व्यवस्था, आदि उपकरण भामाशाह से प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जाना है।
निरीक्षण छात्रावास और संस्थाओं, अधीक्षकों, अधिकारियों और प्रभारियों को पूर्व सूचना के बाद किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा बेहतर सुविधाएं संस्थाओं में प्रदान कर कर सके। फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में फॉलोअप विजिट कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने शासन सचिव डॉ. शर्मा का स्वागत किया। का निरीक्षण के दौरान जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त वी.सी.गर्ग, शंभू दयाल मीणा, सामाजिक न्याय अधिकारिता उपनिदेशक मान्धाता सिंह व अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक गिरीश भटनागर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने विभागीय प्रगति एवं गतिविधियों के बारे में अवगत कराया।
विभागीय भवनों व परिसरों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां पानी व बिजली सहित विद्यार्थियों के लिए पाठ्य सामग्री, प्रशिक्षण व्यवस्था, उपयुक्त आवास व्यवस्था, खेल सुविधा आदि का जायजा लिया और पाई गई कमियों के शीघ्र सुधार हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।डॉ. समित शर्मा ने बताया कि पूरे राज्य में आयोजित इस पर्यवेक्षण विजिट अभियान का उद्देश्य विभाग के प्रत्येक हॉस्टल, स्कूल और संस्था को आदर्श स्थिति में लाना और उसे मॉडल छात्रावास या मॉडल स्कूल बनाना है। अभियान के दौरान समस्त राजकीय छात्रावास, विद्यालय, आवासीय गृह, अनुदानित संस्थाएं, बाल अधिकारिता से जुड़े हुए कार्यालय-संस्थाएं एवं विशेष योग्यजनों से संबंधित संस्थाओं का सघन निरीक्षण किया जा रहा है। सघन निरीक्षण अभियान का मूल उद्देश्य राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी स्तर पर क्रियान्विती, आमजन को गुणवत्तापूर्ण राज्य की सेवाएं उपलब्ध कराना, कार्यालयों में अधिकारियों व कर्मचारियों को बेहतर कार्य करने हेतु मार्गदर्शन प्रदान करना, कार्यालय पद्धति व कार्य निष्पादन में सुधार लाना सुशासन प्रदान करने व संवेदनशील पारदर्शी तथा उत्तरदाई प्रशासनिक व्यवस्था लागू करना है। किए जाने वाले निरीक्षण की रिपोर्ट मौके पर ही निरीक्षण प्रपत्र गूगल शीट में डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान की गई है एवं राज्य स्तरीय व्हाट्सएप ग्रुप पर भी सूचनाएं प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के माध्यम से छात्रावास, आवासीय विद्यालय एवं संस्थाओं में आधारभूत व्यवस्था का निरीक्षण सुव्यवस्थित कराना एवं विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक एवं आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना रसोई एवं खाद्य सामग्री संबंधी मौके पर निरीक्षण कर गुणवत्ता को देखना एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन बच्चों को प्राप्त हो यह सुनिश्चित करना।साथ ही छात्रावासों में जन सहयोग से फर्नीचर, गीजर वाटर कूलर, सौर विद्युत व्यवस्था, आदि उपकरण भामाशाह से प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जाना है।
निरीक्षण छात्रावास और संस्थाओं, अधीक्षकों, अधिकारियों और प्रभारियों को पूर्व सूचना के बाद किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा बेहतर सुविधाएं संस्थाओं में प्रदान कर कर सके। फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में फॉलोअप विजिट कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने शासन सचिव डॉ. शर्मा का स्वागत किया। का निरीक्षण के दौरान जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त वी.सी.गर्ग, शंभू दयाल मीणा, सामाजिक न्याय अधिकारिता उपनिदेशक मान्धाता सिंह व अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक गिरीश भटनागर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने विभागीय प्रगति एवं गतिविधियों के बारे में अवगत कराया।
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