Advertisement
कलेक्ट्री में चुनाव की ड्यूटी कैंसल करवाने के लिए चक्कर लगा रहे अधिकारी व कर्मचारी

उदयपुर। पंचायतीराज में चुनाव ड्यूटी कैंसल कराने के लिए कलेक्ट्री के चक्कर लगा रहे कई कर्मचारी व अफसर आवेदन में जो वजहें लिखी जा रही है, वो रोचक हैं। इनमें कई लोगों के बहाने शामिल हैं, लेकिन ऐसे में वाजिब वजह बताने वाले भी बहानों की श्रेणी में खड़े हैं। किसी की खुद की शादी है तो कोई अपने बच्चों की शादी का कार्ड लगाकर आवेदन कर रहा है। कुछ ने अपनी बीमारी के कागजात लगाए हैं।
सोमवार को एक युवक ड्यूटी कैंसल कराने आया, जिसको 16 जनवरी को चुनाव कराने के लिए जाना है। उसने 29 जनवरी की उसकी शादी का कार्ड लगाया। अधिकारी बोले "शादी तो 29 की है तो 18 जनवरी शाम को तुम फ्री हो जाओगे।" इस पर उसने बताया "19 जनवरी को लगन दस्तूर है। कार्ड में इसका जिक्र नहीं था तो उसने अलग से प्रिंट लगाया।" अधिकारी ने ड्यूटी कैंसल करने से इनकार कर दिया। जब उस युवक ने बताया कि उसके पिता का निधन भी चुनाव ड्यूटी पर रहते हुए ही हुआ तो अधिकारी संवेदना व्यक्त की। इसके बाद उसे आश्वासन दिया गया। इसी तरह चुनाव अधिकारी के पास विधायक, सांसद से लेकर आला अफसरों के फोन चुनाव ड्यूटी कैंसल कराने के आ रहे हैं। कर्मचारियों व अधिकारियों की कमी चुनाव अधिकारी बताते हैं कि इतनी ड्यूटी कैंसल कर देंगे तो चुनाव कैसे कराएंगे। पहले विभागों में कर्मचारियों की कमी है। चुनाव करवाना प्राथमिकता है। कर्मचारियों व अधिकारियों को इस बारे में सोचना चाहिए। कर्मचारी व अधिकारी नहीं आएंगे तो चुनाव कैसे होंगे।
सोमवार को एक युवक ड्यूटी कैंसल कराने आया, जिसको 16 जनवरी को चुनाव कराने के लिए जाना है। उसने 29 जनवरी की उसकी शादी का कार्ड लगाया। अधिकारी बोले "शादी तो 29 की है तो 18 जनवरी शाम को तुम फ्री हो जाओगे।" इस पर उसने बताया "19 जनवरी को लगन दस्तूर है। कार्ड में इसका जिक्र नहीं था तो उसने अलग से प्रिंट लगाया।" अधिकारी ने ड्यूटी कैंसल करने से इनकार कर दिया। जब उस युवक ने बताया कि उसके पिता का निधन भी चुनाव ड्यूटी पर रहते हुए ही हुआ तो अधिकारी संवेदना व्यक्त की। इसके बाद उसे आश्वासन दिया गया। इसी तरह चुनाव अधिकारी के पास विधायक, सांसद से लेकर आला अफसरों के फोन चुनाव ड्यूटी कैंसल कराने के आ रहे हैं। कर्मचारियों व अधिकारियों की कमी चुनाव अधिकारी बताते हैं कि इतनी ड्यूटी कैंसल कर देंगे तो चुनाव कैसे कराएंगे। पहले विभागों में कर्मचारियों की कमी है। चुनाव करवाना प्राथमिकता है। कर्मचारियों व अधिकारियों को इस बारे में सोचना चाहिए। कर्मचारी व अधिकारी नहीं आएंगे तो चुनाव कैसे होंगे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
उदयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
