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ओडिशा कोविड केयर होम से 7000 स्वास्थ्यकर्मियों को जोड़ेगी
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने बुधवार को राज्य भर के कोविड केयर होम्स में 7,000 स्वास्थ्य कर्मचारियों की अस्थायी भर्ती का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में 6,798 पंचायतों को कवर करने वाले कोविड केयर होम्स के लिए प्रशिक्षित मैनपॉवर की अस्थायी भर्ती का आदेश जारी किया है।
इन कोविड केयर होम्स की देखभाल बेरोजगार प्रशिक्षित और पंजीकृत एएनएम द्वारा किया जाएगा, जिनका उद्देश्य जमीनी स्तर पर पहुंच कर इलाज करना है।
आदेश में कहा गया है कि इन कोविड केयर होम्स की देखभाल का जिम्मा एएनएम को दिया जाएगा। अगर मौके पर एएनएम नहीं रहती हैं तो उस समय स्टाफ नर्स और फार्मासिस्ट लगे रहेंगे।
विभाग ने कहा, "इसमें हमने हर पंचायत के कोविड केयर होम्स के लिए एक बेरोजगार एएनएम को शामिल करने का निर्णय लिया है। अगर इसमें मैनपॉवर (बेरोजगार एएनएम) की श्रेणी उपलब्ध नहीं रही तो, बेरोजगार पंजीकृत स्टाफ नर्स या फार्मासिस्ट को एएनएम के स्थान पर रखा जाएगा।"
जबकि एएनएम को 850 रुपये प्रति दिन मिलते हैं, वहीं स्टाफ नर्स या फार्मासिस्ट को प्रति दिन 1,000 रुपये मिलते हैं।
यह भर्ती केवल तीन महीनों की अवधि तक रहेगी या जबतक कोविड केयर होम्स चलेंगे।
--आईएएनएस
इन कोविड केयर होम्स की देखभाल बेरोजगार प्रशिक्षित और पंजीकृत एएनएम द्वारा किया जाएगा, जिनका उद्देश्य जमीनी स्तर पर पहुंच कर इलाज करना है।
आदेश में कहा गया है कि इन कोविड केयर होम्स की देखभाल का जिम्मा एएनएम को दिया जाएगा। अगर मौके पर एएनएम नहीं रहती हैं तो उस समय स्टाफ नर्स और फार्मासिस्ट लगे रहेंगे।
विभाग ने कहा, "इसमें हमने हर पंचायत के कोविड केयर होम्स के लिए एक बेरोजगार एएनएम को शामिल करने का निर्णय लिया है। अगर इसमें मैनपॉवर (बेरोजगार एएनएम) की श्रेणी उपलब्ध नहीं रही तो, बेरोजगार पंजीकृत स्टाफ नर्स या फार्मासिस्ट को एएनएम के स्थान पर रखा जाएगा।"
जबकि एएनएम को 850 रुपये प्रति दिन मिलते हैं, वहीं स्टाफ नर्स या फार्मासिस्ट को प्रति दिन 1,000 रुपये मिलते हैं।
यह भर्ती केवल तीन महीनों की अवधि तक रहेगी या जबतक कोविड केयर होम्स चलेंगे।
--आईएएनएस
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