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राम मंदिर नहीं, सत्ता चाहती है भाजपा : शंकराचार्य स्वरूपानंद
वृंदावन-मथुरा। भाजपा राम मंदिर बनवाना नहीं चाहती है। बल्कि भाजपा का उद्देश्य राम मंदिर के नाम पर सत्ता हासिल करना है। यह कहना हैं द्वारका के शंकराचार्य जगदगुरु स्वरूपानंद सरस्वती का। रविवार को चातुर्मास प्रवास के लिए वृंदावन आए शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निशाने पर जहां भाजपा और मोदी-योगी सरकारें रहीं, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की वह सराहना कर गए।
शंकराचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा राम मंदिर बनवाना नहीं चाहती है। वह आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर के नाम पर सत्ता पाना चाहती है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार राम मंदिर के मुद्दे पर गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गोहत्या रोकने, धारा 370 और समान सिविल कोड जैसे कानून नहीं बना सकी है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने संसद में दिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण की सराहना की और कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी ने पप्पू कहने का विरोध नहीं बल्कि भाजपा की नीतियों का विरोध किया है। 27 जुलाई से शुरू हो रहे चातुर्मास व्रत के लिए पहली बार वृदावन आए शंकराचार्य ने कहा कि ब्रज की पावन भूमि भक्ति और मोक्ष के साथ-साथ शक्ति और शांति भी देती है।
शंकराचार्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा राम मंदिर बनवाना नहीं चाहती है। वह आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर के नाम पर सत्ता पाना चाहती है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार राम मंदिर के मुद्दे पर गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गोहत्या रोकने, धारा 370 और समान सिविल कोड जैसे कानून नहीं बना सकी है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने संसद में दिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण की सराहना की और कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी ने पप्पू कहने का विरोध नहीं बल्कि भाजपा की नीतियों का विरोध किया है। 27 जुलाई से शुरू हो रहे चातुर्मास व्रत के लिए पहली बार वृदावन आए शंकराचार्य ने कहा कि ब्रज की पावन भूमि भक्ति और मोक्ष के साथ-साथ शक्ति और शांति भी देती है।
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