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उत्तरी कोरिया का अमेरिका पर षडयंत्र का आरोप, पॉम्पियो का दौरा रद्द
प्योंगयांग। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो का उत्तर कोरिया दौरा रद्द हो जाने के बाद प्योंगयांग की सरकारी मीडिया ने अमेरिका पर चाल चलकर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। उत्तर कोरिया के एक अखबार ने दावा जताया है कि जापान स्थित अमेरिका की स्पेशल इकाई प्योंगयांग में घुसपैठ के मकसद से हवाई समझौता करने की तैयारी कर रही है। इससे उनका अनुमान जाहिर होता है कि अमेरिका उनके खिलाफ युद्ध के लिए षडयंत्र रच रहा है। उन्होंने दावा किया कि हमारे साथ अमेरिका एक डबल डिलिंग का कार्य कर रहा है।
एक ओर चेहरे पर मुस्कराहट लेकर बात की जा रही है, दूसरी ओर हत्या करने वाली स्पेशल यूनिट गुप्त अभ्यास करने का कार्य कर रही है। दक्षिण कोरिया में अमेरिकी दूतावास का कहना है कि इसे मामले को लेकर कोई सूचना नहीं है जैसा कि आरोप अखबार लगा रहा है। अखबार ने अमेरिका से अपील की है कि यह अपने अर्थहीन सैन्य जुए को छोड़ दें और सिंगापुर समझौते का पालन करने का प्रयास करें। इस समझौते में दोनों देशों के नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण को पूरा करने का संकल्प लिया है।
आपको बताते जाए कि सिंगापुर में 12 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के बाद यह अनुमान लगाया गया था कि गतिरोध समाप्त हो जाएंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री पॉम्पियो लगातार उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार छोडऩे को लेकर ठोस कदम उठाने के लिए कह रहे हैं। लेकिन उत्तरी कोरिया मांग कर रहा है कि पहले अमेरिका इस पर सहमति बनाएंगे तब ही अमर में लाया जाएंगे।
एक ओर चेहरे पर मुस्कराहट लेकर बात की जा रही है, दूसरी ओर हत्या करने वाली स्पेशल यूनिट गुप्त अभ्यास करने का कार्य कर रही है। दक्षिण कोरिया में अमेरिकी दूतावास का कहना है कि इसे मामले को लेकर कोई सूचना नहीं है जैसा कि आरोप अखबार लगा रहा है। अखबार ने अमेरिका से अपील की है कि यह अपने अर्थहीन सैन्य जुए को छोड़ दें और सिंगापुर समझौते का पालन करने का प्रयास करें। इस समझौते में दोनों देशों के नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण को पूरा करने का संकल्प लिया है।
आपको बताते जाए कि सिंगापुर में 12 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के बाद यह अनुमान लगाया गया था कि गतिरोध समाप्त हो जाएंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री पॉम्पियो लगातार उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार छोडऩे को लेकर ठोस कदम उठाने के लिए कह रहे हैं। लेकिन उत्तरी कोरिया मांग कर रहा है कि पहले अमेरिका इस पर सहमति बनाएंगे तब ही अमर में लाया जाएंगे।
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