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जेडीए की कोचिंग संचलाकों को दो टूक, सुरक्षा मानकों में नहीं दी जाएगी किसी भी तरह की छूट

khaskhabar.com : बुधवार, 21 अगस्त 2019 7:01 PM (IST)
जेडीए की  कोचिंग संचलाकों को दो टूक, सुरक्षा मानकों में नहीं दी जाएगी किसी भी तरह की छूट
जयपुर। जयपुर विकास आयुक्त टी.रविकांत के निर्देशों की पालना में पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने जेडीए एवं नगर निगम के संबंधति अधिकारियों की उपस्थिति में बुधवार को जेडीए के मंथन सभागार में जयपुर शहर के कोचिंग संचालकों का पक्ष सुना और उन्हें सरकार एवं कोर्ट के आदेषों की पालना करने के लिए कहा।


बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने कहा कि कोचिंग संस्थान में सुरक्षा मानकों को हर हालत में लागू करना होगा। बच्चों की सुरक्षा में किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। बैठक में करीब 200 कोचिंग संचालक सम्मिलित हुए।

जैन ने बताया कि 143 कोचिंग इस्टीट्यूट्स आवासीय क्षेत्र में सचांलित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जेडीए द्वारा किए गए सर्वे में नियमों का उल्लघंन पाए जाने वाले कोचिंग संस्थानों पर कार्यवाही की जायेगी। प्रीति जैन ने बताया कि कोचिंग संस्थानों के संबंध में नगरीय विकास विभाग एवं आवासन विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा परिपत्र जारी कर सुरक्षा मानक निर्धारित किये गये हैं। जेडीए द्वारा सरकार के आदेशों की पालना में बिना सक्षम स्वीकृति/अनुमति के आवासीय भवनों में संचालित होने वाले, सैटबैक व बायलाॅज का उल्लघंन करने वाले तथा आपदा प्रबन्धन की दृष्टि से अग्निषमन, प्रवेश-निकास की व्यवस्था तथा पार्किंग की व्यवस्था आदि के संबंध में नियमों का उल्लघंन करने वाले कोचिंग संस्थानों को नोटिस जारी किए गए है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार कोचिंग संस्थान भवनों में सुरक्षा उपकरण एवं मानक पूर रखें।



उपायुक्त (फायर) जयपुर नगर निगम आभा बेनीवाल ने बताया कि कोर्ट एवं सरकार के निर्देषों की पालना भवन में सुरक्षा मानक सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने फायर एनओसी लिए जाने की प्रक्रिया की विस्तृत रूप से संचालको को जानकारी दी। उन्होंने इसमें आ रही समस्याओं का समाधान करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि जेडीए एवं नगर निगम द्वारा नेषनल बिल्डिंग कोड के लाईफ एण्ड सेफ्टी नियमों के अनुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कोचिंग संचालकों के प्रश्न पर जवाब दिया कि सिर्फ सिंगल फ्लोर की फायर एनओसी के लिए आवेदन कर सकते हैं।मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था सर्वोपरि है। आम हितों के लिए सरकार द्वारा प्रावधान बनाए जाते, जिनकी पालना करना बच्चों की सुरक्षा एवं व्यवस्था बनाए रखने की दृष्टि से अपना नैतिक दायित्व भी है। संचालको द्वारा रखी गई व्यावहारिक समस्याओं को सक्षम स्तर पर रखा जाएगा। कोचिंग संचालक अपने प्रतिनिधि मण्डल के माध्यम से सक्षम स्तर पर अपनी व्यावहारिक समस्याएं रखें। उन्होंने कहा कि जेडीए एवं नगर निगम द्वारा व्यावहारिक समाधान निकालने के लिए नियमों को ध्यान में रखते हुए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में कोचिंग संस्थाओं प्रतिनिधियों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जयपुर शहर में 3 लाख से अधिक विद्यार्थी कोचिंग ले रहे है। प्रतिनिधियों ने कहा कि जेडीए द्वारा जो भी सुरक्षा संबंधी आवश्यक न्यूनतम मापदण्डों की सूची की लिस्ट उन्हें दे दी जाएं तो वें उस लिस्ट के अनुसार सभी सुरक्षा मापदण्ड अपनी कोचिंग सेंटर्स पर सात दिनों में व्यवस्था कर लेंगे। साथ ही वें प्रवेश-निकासी की अलग-अलग व्यवस्था करने पर भी सहमति दी एवं सडकों पर जो वाहन खडे है उन पर जेडीए एवं ट्रेफिक पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा सभी तरह के सुरक्षा मापदण्ड संबंधी व्यवस्थाएं करने के बाद जेडीए द्वारा दोबारा निरीक्षण किया जाए। कोचिंग संचालक के प्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि हम अपने सभी कोचिंग संस्थाओं को फायर एनओसी लेने के प्रेरित करेंगे।

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