Advertisement
पानीपत के डाहर में बनेगा नया शुगर मिल, 300 करोड़ रुपए आएगी लागत
चंडीगढ़। हरियाणा के पानीपत स्थित डाहर गांव में नई शुगर मिल लगाने का रास्ता साफ हो गया है। सोमवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हुई हाई पावर परचेज कमेटी ने 300 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले शुगर मिल के टेंडर को हरी झंडी दे दी है। नए शुगर मिल में उत्तम किस्म की चीनी के साथ-साथ बिजली भी पैदा होगी।
हरियाणा निवास में हाई पावर परचेज कमेटी के अध्यक्ष और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर और शहरी निकाय मंत्री कविता जैन की मौजूदगी में बैठक हुई। कमेटी ने पानीपत शहर के अंदर मौजूद पुराने शुगर मिल को डाहर गांव में शिफ्ट करने के लिए टेंडर आमंत्रित करते हुए विचार-विमर्श किया। सदस्यों ने फैसला लिया कि नया शुगर मिल 11 माह में बना दिया जाएगा । इस पर करीब 300 करोड रुपए की लागत आएगी। नया शुगर मिल करीब 73 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा।
पुराने शुगर मिल की पेराई क्षमता 1800 टीसीडी थी, जिसे बढ़ाकर 5000 टीसीडी करने का निर्णय लिया। भविष्य में इसकी क्षमता बढ़ाकर 7500 टीसीडी की जा सकेगी। शुगर मिल में 45 केएलडीपी का इथेनॉल प्लांट लगाया जाएगा। साथ ही 28 मेगावॉट का पावर जेनरेशन का प्लांट भी स्थापित होगा। इसमें से करीब 18 मेगावाट बिजली राज्य सरकार को बेची जाएगी और शेष बिजली मिल के अंदर खर्च होगी। शुगर मिल में आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे उत्तम किस्म की चीनी का उत्पादन होगा। जल्द ही सिविल कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
1957 में स्थापित हुई थी पुरानी मिल
पानीपत शहर के अंदर शुगर मिल 1957 में स्थापित हुई थी, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि, भीड़-भाड़ के क्षेत्र में होने की वजह से कई दिक्कतें सामने आ रही थी। साथ ही गन्ने का उत्पादन ज्यादा होने की वजह से पिराई क्षमता भी काफी कम थी। बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई शुगर मिल का शिलान्यास पत्थर रखा था।
हरियाणा निवास में हाई पावर परचेज कमेटी के अध्यक्ष और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर और शहरी निकाय मंत्री कविता जैन की मौजूदगी में बैठक हुई। कमेटी ने पानीपत शहर के अंदर मौजूद पुराने शुगर मिल को डाहर गांव में शिफ्ट करने के लिए टेंडर आमंत्रित करते हुए विचार-विमर्श किया। सदस्यों ने फैसला लिया कि नया शुगर मिल 11 माह में बना दिया जाएगा । इस पर करीब 300 करोड रुपए की लागत आएगी। नया शुगर मिल करीब 73 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा।
पुराने शुगर मिल की पेराई क्षमता 1800 टीसीडी थी, जिसे बढ़ाकर 5000 टीसीडी करने का निर्णय लिया। भविष्य में इसकी क्षमता बढ़ाकर 7500 टीसीडी की जा सकेगी। शुगर मिल में 45 केएलडीपी का इथेनॉल प्लांट लगाया जाएगा। साथ ही 28 मेगावॉट का पावर जेनरेशन का प्लांट भी स्थापित होगा। इसमें से करीब 18 मेगावाट बिजली राज्य सरकार को बेची जाएगी और शेष बिजली मिल के अंदर खर्च होगी। शुगर मिल में आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे उत्तम किस्म की चीनी का उत्पादन होगा। जल्द ही सिविल कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
1957 में स्थापित हुई थी पुरानी मिल
पानीपत शहर के अंदर शुगर मिल 1957 में स्थापित हुई थी, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि, भीड़-भाड़ के क्षेत्र में होने की वजह से कई दिक्कतें सामने आ रही थी। साथ ही गन्ने का उत्पादन ज्यादा होने की वजह से पिराई क्षमता भी काफी कम थी। बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई शुगर मिल का शिलान्यास पत्थर रखा था।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
चंडीगढ़
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement