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नीरज भारती ने कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी से इस्तीफा

khaskhabar.com : शुक्रवार, 24 मई 2019 5:36 PM (IST)
नीरज भारती ने कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी से इस्तीफा
धर्मशाला। वीरभद्र सरकार के वक्त सीपीएस रहे नीरज भारती ने कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी से इस्तीफा देते हुए राहुल गांधी को भी निशाने पर लेते हुए पूरी पार्टी को डुबो देने का आरोप भी जड़ दिया है। यही नहीं बीते कई वर्षों से बीजेपी के लिए सिरदर्द बने रहने वाले नीरज ने कहा है कि अब से वह बीजेपी या भाजपाई नेताओं के विरोध में सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं करेंगे। अपनी फेसबुक पर नीरज लिखते हैं कि जब कमी अपने में हो तो दूसरे को दोष दे कर क्या फायदा पर एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे खून में है और हमेशा रहेगी।

उन्होंने ये भी लिखा है कि चाहे ईवीएम के बूते ही सही पर जीती हुई इस बीजेपी सरकार और उसके पीएम नरेंद्र मोदी से उम्मीद है कि उसकी अगुवाई में देश पीछे हटने की बजाए आगे बढ़ेगा, सभी भाजपाइयों को बीजेपी की बनने जा रही सरकार पर शुकामनाएं। नीरज ने इस सबके बीच ज्वाली के बीजेपी विधायक को जरूर निशाने पर लेते हुए लिखा है कि 25 तारीख को उनसे निपट कर रहूंगा। नीरज ने आगे अपनी बात को कुछ इस तरह से बयां किया है कि कांग्रेसी दोस्तों राहुल गांधी की भक्ति करना छोड़ो अब मोदी के भक्त अंधभक्त नहीं रहे अब राहुल गांधी के भक्त अंधभक्त कहलाएंगे, इसलिए व्यक्ति विशेष की भक्ति करने की बजाए कांग्रेस पार्टी के बारे में सोचो और कितने मौके दोगे राहुल गांधी को।

राहुल गांधी के ही गलत फैसलों की वजह से आज इस देश की सबसे पुरानी पार्टी के ये हाल है फिर वो फैसले चाहे संगठन के लिए किए हो या यूपीए सरकार के लिए, जब मौका था कुछ बन कर दिखाने का तो कहा कि मैं संगठन देखूंगा, ना तो उस वक़्त के पढ़े लिखे और ईमानदार पीएम डॉ मनमोहन सिंह को खुल कर काम करने दिया और ना ही खुद खुले रूप से सरकार संभालने का काम किया और पार्टी के फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन का बंटाधार किया वो अलग और अब कांग्रेस अध्यक्ष बन कर पूरी पार्टी ही डुबो दी।

मैं कोई निजी तौर पर राहुल गांधी का विरोधी नहीं हूं पर मैं अपने कांग्रेस संगठन के लिए ज्यादा चिंतित हूं आखिर ये कांग्रेस संगठन किसी एक परिवार का ही नहीं है ये इस देश के कांग्रेस के साथ जुड़े करोड़ों लोगों का भी अपना संगठन है इसलिए अब अपनी भक्ति को अंधभक्ति में ना बदलो और अपनी इस कांग्रेस पार्टी के बारे में कुछ सोचो कि कैसे इस देश की सबसे पुरानी पार्टी को फिर से उसके पुराने कद तक वापिस ले कर आएं बाकि आप सब खुद समझदार हैं ये मैने अपनी ओर से आपको अपने दिल की बात बताई है।

नीरज आगे लिखते हैं कि मोदी के बनने वाले मंत्रिमंडल में कांगड़ा-चंबा से चुने गए बीजेपी प्रत्याशी किशन कपूर को जगह मिलनी चाहिए क्योंकि वो प्रदेश में अपने मंत्री पद को छोड़ कर पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़े हैं। कांग्रेस सरकार के समय भी चौधरी चन्द्र कुमार ने अपने मंत्री पद को त्याग कर के पार्टी के आदेश पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और उस वक़्त किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि वो हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम शांता कुमार को हरा कर सांसद बन जाएंगे।

उस वक़्त लोगों के सहयोग से वो लोकसभा के सदस्य बने पर दिल्ली में अपनी ही पार्टी के लोगों के कारण केंद्र में मंत्री नहीं बन सके जिसका खामियाजा मेरे उस वक़्त के विधानसभा क्षेत्र गुलेर जिसे उस वक़्त चौधरी चन्द्र कुमार भी रिप्रेजेंट कर रहे थे और जिसे कि अब जवाली के नाम से जाना जाता है वो विकास के मामले में लगभग 10 साल पिछड़ गया था। प्रदेश छोड़ कर केंद्र में सिर्फ लोकसभा सदस्य बन कर वो काम नहीं किए जा सकते जो प्रदेश में मंत्री रहते कोई कर सकता है कोई नहीं पूछता है इस छोटे से प्रदेश के सांसदों को दिल्ली में इसलिए धर्मशाला और पूर्ण कांगड़ा-चंबा के विकास के लिए केंद्र में कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से चुने गए किशन कपूर को मंत्रिपरिषद में जगह दी जाए।

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