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आदिल को पत्थरबाजी में नहीं थी दिलचस्पी, लेकिन एहसास था...
नई
दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का एक-एक करके उनका
पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचाया जा रहा है। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार हो
रहा है। इस हमले से पूरा देश शोक में डूबा हुआ है।
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावार ने गुरुवार को विस्फोटकों से भरी अपनी एसयूवी को पुलवामा जिले में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ की एक बस में टक्कर मारकर विस्फोट कर दिया था जिसमें 40 से ज्यादा जवानों की मौत हो गई। यह हमला गुरुवार दोपहर लगभग 3.15 पर हुई।
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावार ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी 19 वर्षीय आदिल अहमद डार के पिता गुलाम हसन डार ने इस घटना के बाद कहा कि उन्हें कभी भी यह अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा आतंकवादियों में शामिल होगा।
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावार ने गुरुवार को विस्फोटकों से भरी अपनी एसयूवी को पुलवामा जिले में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ की एक बस में टक्कर मारकर विस्फोट कर दिया था जिसमें 40 से ज्यादा जवानों की मौत हो गई। यह हमला गुरुवार दोपहर लगभग 3.15 पर हुई।
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावार ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी 19 वर्षीय आदिल अहमद डार के पिता गुलाम हसन डार ने इस घटना के बाद कहा कि उन्हें कभी भी यह अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा आतंकवादियों में शामिल होगा।
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