Advertisement
गांधी परिवार को किस मॉडल से 50 लाख में 2 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति मिली : भाजपा
नई दिल्ली। भाजपा ने एक बार फिर नेशनल हेराल्ड अखबार मामले को लेकर कांग्रेस पर हमला किया है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोनिया और राहुल गांधी को बताना चाहिए कि विकास का वह कौनसा मॉडल है, जो 50 लाख रुपए लगाने पर ही दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति का मालिक बना देता है। उन्होंने कहा कि अभी तक तो हमें वाड्रा का विकास मॉडल ही पता था।
रवि शंकर प्रसाद ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें लगता था कि हमारी सरकार को लगभग साढ़े पांच साल हो गए हैं, तो एक परिवार की दास्तान आनी अब शायद कम होगी, लेकिन अभी भी परिवार की कहानी सामने आ रही है। परिवार और व्यापार साथ चलते हैं और ऊपर उसमें राजनीति का कलेवर दे दिया जाता है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, जवाहरलाल नेहरू ने नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया था, जो 2008 में बंद हो गया था। लेकिन कांग्रेस और परिवार की उस पर बहुत कृपा रही। अनेक शहरों में उसके नाम जमीन थी। कांग्रेस पार्टी ने हेराल्ड चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) को 90 करोड़ रुपए दिए थे। अंदरखाने से तथ्यों को छुपाकर एक बड़ी संपत्ति को अपने हक में करने का यह एक उपकरण था।
उन्होंने कहा, फिर यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे रहे। फिर एजेएल की देनदारी को यंग इंडिया कंपनी को ट्रांसफर कर दी। इसके बाद मात्र 50 लाख रुपए में एजेएल की 76 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी कांग्रेस नेताओं के पास आ गई।
रवि शंकर प्रसाद ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें लगता था कि हमारी सरकार को लगभग साढ़े पांच साल हो गए हैं, तो एक परिवार की दास्तान आनी अब शायद कम होगी, लेकिन अभी भी परिवार की कहानी सामने आ रही है। परिवार और व्यापार साथ चलते हैं और ऊपर उसमें राजनीति का कलेवर दे दिया जाता है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, जवाहरलाल नेहरू ने नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया था, जो 2008 में बंद हो गया था। लेकिन कांग्रेस और परिवार की उस पर बहुत कृपा रही। अनेक शहरों में उसके नाम जमीन थी। कांग्रेस पार्टी ने हेराल्ड चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) को 90 करोड़ रुपए दिए थे। अंदरखाने से तथ्यों को छुपाकर एक बड़ी संपत्ति को अपने हक में करने का यह एक उपकरण था।
उन्होंने कहा, फिर यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे रहे। फिर एजेएल की देनदारी को यंग इंडिया कंपनी को ट्रांसफर कर दी। इसके बाद मात्र 50 लाख रुपए में एजेएल की 76 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी कांग्रेस नेताओं के पास आ गई।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
प्रमुख खबरें
Advertisement