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बुढ़ापे में सहारा बनेगा मोबाइल एप, आखिर कैसे, यहां पढ़ें

khaskhabar.com : रविवार, 01 मार्च 2020 3:23 PM (IST)
बुढ़ापे में सहारा बनेगा मोबाइल एप, आखिर कैसे, यहां पढ़ें
घर के बुजुर्गों को देखकर आया आईडिया

एन्जॉयोरएज (NjoyUrAge) एप्लीकेशन के फाउंडर रोहित सभेरवाल और को-फांडर प्रणब भटनागर ने बताया कि हमारे घर में ही अपने पिता या ससुराल के बुजुर्गों को देखकर हमें यह आईडिया आया। जब उन्हें अपने सर्किल में मिलना हो तो वे सुबह से चुस्त-दुरुस्त दिखते हैं वहीं सामान्य दिनों में उनके लिए कुछ करने को नया नहीं होता। यहीं से हमें एन्जॉयोरएज (NjoyUrAge) एप बनाने का आईडिया आया। हमारा मकसद था कि सीनियर सिटीजन्स को ऐसा प्लेटफॉर्म दें जिससे वे एक-दूसरे से कनेक्टिड रह सकें और रिटायरमेंट के बाद भी अपनी एक्टीविटीज जारी रख सकें।

कई सुविधाएं शामिल


इस एप्लीकेशन की मदद से यूजर कई काम कर सकते हैं। फाउंडर रोहित ने बताया कि इस एप से यूजर अपने लिए फिजीयोथेरेपिस्ट या योगा ट्रेनर बुक कर सकते हैं जो सीनियर सिटीजन्स के लिए स्पेशलाइज्ड होंगे। उम्र को देखते हुए वे फीजिकल एबिलिटी के मुताबिक टूर एंड ट्रेवल पैकेज, रेगुलर हेल्थ चेकअप के लिए अच्छे डॉक्टर या घर पर पूजा-पाठ करवाने के लिए पंडित जी की सेवाएं भी ले सकते हैं। को फाउंडर प्रणब भटनागर ने बताया कि अगर एप्लीकेशन में बनी कम्युनिटीज कोई मीटिंग ऑर्गनाइज करने का प्लान भी करते हैं तो एप्लीकेशन के डेडिकेटेट स्टाफ द्वारा इसके लिए सारे अरेंजमेंट किये जाएंगे और उसमें सीनियर सिटीजन्स की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

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