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अस्पताल की ईमारत में बनेगा मिनी सचिवालय, भाजपा विरोध में उतरी
कांगड़ा(मोनिका)। एक ओर सत्तारूढ़ दल ज्वालामुखी के पुराने अस्पताल परिसर में मिनि सचिवालय बनाने के लिये प्रयासरत है, तो दूसरी ओर विपक्षी दल भाजपा इसके विरोध में उतर आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने यहां कहा कि भाजपा ज्वालामुखी में बने अस्पताल के नये भवन में मिनि सचिवालय बनाने का विरोध करेगी व किसी प्रकार का बदलाव नहीं होने देगी। इसके लिये वह कानूनी से लेकर हर लड़ाई लड़ेंगे। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुये धवाला ने कहा कि इस ईमारत पर करोड़ों रूपये एनआरएचएम के माध्यम से केन्द्र सरकार से मिले थे। लिहाजा इस भवन में न तो कोई बदलाव हो सकता है न ही इसे खंडहर बनाया जा सकता है।
भाजपा नेता ने कहा कि वह इस मामले को केन्द्रिय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष उठायेंगे ताकि सरकारी पैसा बर्बाद न हो। धवाला ने बताया कि वह प्रदेश के स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह के साथ भी मिले थे व उन्हें इलाके के लोगों की भावनाओं से अवगत कराया था। लेकिन इसके बावजूद सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।
वहीं पिछले दिनों कैग रिर्पोट में भी सरकार की पोल खुल गई है। काबिलेगौर है कि भाजपा शासनकाल में करोंड़ों की लागत से बनी ज्वालामुखी स्वास्थय केन्द्र की ईमारत में अब मिनी सचिवालय बनाने की तैयारियां चल रही हैं। दरअसल इस बहुंमजिला भवन को लेकर स्थिती साफ नहीं हो पा रही है। यही वजह है कि साढ़े तीन साल में इस भवन में निर्माण में अब बदलाव हो रहा है, जिसका विरोध भाजपा कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि वह इस मामले को केन्द्रिय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष उठायेंगे ताकि सरकारी पैसा बर्बाद न हो। धवाला ने बताया कि वह प्रदेश के स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह के साथ भी मिले थे व उन्हें इलाके के लोगों की भावनाओं से अवगत कराया था। लेकिन इसके बावजूद सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।
वहीं पिछले दिनों कैग रिर्पोट में भी सरकार की पोल खुल गई है। काबिलेगौर है कि भाजपा शासनकाल में करोंड़ों की लागत से बनी ज्वालामुखी स्वास्थय केन्द्र की ईमारत में अब मिनी सचिवालय बनाने की तैयारियां चल रही हैं। दरअसल इस बहुंमजिला भवन को लेकर स्थिती साफ नहीं हो पा रही है। यही वजह है कि साढ़े तीन साल में इस भवन में निर्माण में अब बदलाव हो रहा है, जिसका विरोध भाजपा कर रही है।
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