Advertisement
आपदा प्रबंधन को लेकर मेगा मॉक शो होगा आयोजित: डीसी

धर्मशाला। कांगड़ा जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए 11 जुलाई को मेगा मॉक शो आयोजित किया जाएगा इस के लिए जिला स्तर तथा उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन को लेकर तैयार किए गए प्लान के आधार पर राहत तथा पुनर्वास की मॉक अभ्यास करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।
इस बाबत शनिवार को उपायुक्त राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में आवश्यक बैठक भी आयोजित की गई। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित की गई है इसमें आपदा के दौरान बेहतर तरीके से आपसी समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार की गई है। उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन में सभी विभागों के लिए अलग अलग कार्य सुनिश्चित किए गए हैं तथा उसी के आधार पर मेगा शो में संबंधित विभागों के अधिकारियों को कार्य करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा को टाला नहीं जा सकता लेकिन बेहतर प्रबंधन एवं पूर्ण तैयारियों से इससे होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने आपदा प्रबंधन को लेकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा जन संचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर लोगों को आपदा की स्थिति में बेहतर तरीके से निपटने बारे बताया जा रहा है साथ ही विभिन्न शिक्षण संस्थानों एवं अन्य जगहों पर मॉकड्रिल एवं प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर लोगों को शिक्षित किया जा रहा है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार, एडीएम मस्त राम भारद्वाज सहित विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम, विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस बाबत शनिवार को उपायुक्त राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में आवश्यक बैठक भी आयोजित की गई। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित की गई है इसमें आपदा के दौरान बेहतर तरीके से आपसी समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार की गई है। उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन में सभी विभागों के लिए अलग अलग कार्य सुनिश्चित किए गए हैं तथा उसी के आधार पर मेगा शो में संबंधित विभागों के अधिकारियों को कार्य करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा को टाला नहीं जा सकता लेकिन बेहतर प्रबंधन एवं पूर्ण तैयारियों से इससे होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने आपदा प्रबंधन को लेकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा जन संचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर लोगों को आपदा की स्थिति में बेहतर तरीके से निपटने बारे बताया जा रहा है साथ ही विभिन्न शिक्षण संस्थानों एवं अन्य जगहों पर मॉकड्रिल एवं प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर लोगों को शिक्षित किया जा रहा है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार, एडीएम मस्त राम भारद्वाज सहित विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम, विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
