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चिकित्सा मंत्री की रेजीडेंट डॉक्टर्स के साथ बैठक
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को सांय रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रतिनिधियो के साथ उनकी मांगों पर विस्तार से विचार विमर्श कर उनके समुचित समाधान के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। रेजिडेंट डॉक्टर्स की अधिकांश मांगो पर सहमति के बाद प्रस्तावित रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल स्थगित कर दी गए है।
डॉ. शर्मा ने रेजिडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधियों से उनकी मांगों के समाधान के बारे में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गेलारिया, प्रिंसिपल एसएमएस डॉ. सुधीर भण्डारी की मौजूदगी में चर्चा की एवं समयबद्ध तरीके से विभिन्न समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सको व चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। मरीजो से सद्व्यवहार व उनके उपचार के साथ ही चिकित्सा कर्मियों की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।
चिकित्सा मंत्री ने एसएमएस के इमरजेंसी व ट्रोमा सहित जेकेलोन, जनाना, महिला, कावंतिया, जयपुरिया में पुलिस की व्यवस्था करने तथा प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में केंद्रीयकृत सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड्स लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर्स के आवास के लिए हॉस्टल्स की सुविधा बढ़ाने के साथ ही आवास भत्ता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
डॉ. शर्मा ने सीनियर रेजीडेंसी की एक वर्ष की अनिवार्यता के बारे में पुनर्विचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी मांगो का आगामी 15 दिन में समाधान करने के निर्देश दिए। वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजकर उनसे चर्चा करने के लिये 2 रेजीडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधियों सहित एक 6 सदस्यीय समिति गठित की गई है। इस बारे में आवश्यक कार्यवाही 2 दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गए हैं।
बैठक में जार्ड के डॉ. अजीत बागड़ा, डॉ. रामचंद्र जांगू, डॉ. रविन्द्र बिजारणिया,डॉ. रघुवीर मीणा व डॉ. प्रदीप पंवार मौजूद थे। एसएमएस अधीक्षक डॉ. डी एस मीणा, अतिरिक्त प्रिंसीपल डॉ. राजेश शर्मा व डॉ. ओ पी गुप्ता सहित अन्य अधिकारी गण भी मौजूद थे।
डॉ. शर्मा ने रेजिडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधियों से उनकी मांगों के समाधान के बारे में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गेलारिया, प्रिंसिपल एसएमएस डॉ. सुधीर भण्डारी की मौजूदगी में चर्चा की एवं समयबद्ध तरीके से विभिन्न समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सको व चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। मरीजो से सद्व्यवहार व उनके उपचार के साथ ही चिकित्सा कर्मियों की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।
चिकित्सा मंत्री ने एसएमएस के इमरजेंसी व ट्रोमा सहित जेकेलोन, जनाना, महिला, कावंतिया, जयपुरिया में पुलिस की व्यवस्था करने तथा प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में केंद्रीयकृत सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड्स लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर्स के आवास के लिए हॉस्टल्स की सुविधा बढ़ाने के साथ ही आवास भत्ता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
डॉ. शर्मा ने सीनियर रेजीडेंसी की एक वर्ष की अनिवार्यता के बारे में पुनर्विचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी मांगो का आगामी 15 दिन में समाधान करने के निर्देश दिए। वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजकर उनसे चर्चा करने के लिये 2 रेजीडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधियों सहित एक 6 सदस्यीय समिति गठित की गई है। इस बारे में आवश्यक कार्यवाही 2 दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गए हैं।
बैठक में जार्ड के डॉ. अजीत बागड़ा, डॉ. रामचंद्र जांगू, डॉ. रविन्द्र बिजारणिया,डॉ. रघुवीर मीणा व डॉ. प्रदीप पंवार मौजूद थे। एसएमएस अधीक्षक डॉ. डी एस मीणा, अतिरिक्त प्रिंसीपल डॉ. राजेश शर्मा व डॉ. ओ पी गुप्ता सहित अन्य अधिकारी गण भी मौजूद थे।
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