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महाराष्ट्र संकट : सीएम उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों से वापस लौटने के लिए की भावुक अपील

मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने रुख में स्पष्ट नरमी दिखाते हुए मंगलवार को गुवाहाटी में डेरा डाले हुए अपनी पार्टी के बागी समूह से वापस लौटने और चर्चा करने की अपील की। ठाकरे ने कहा, "आप में से कई हमारे संपर्क में हैं और अभी भी शिवसेना से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। कई परिवारों ने भी हमसे संपर्क किया है और अपनी भावनाओं से हमें अवगत कराया है।"
उन्होंने आश्वासन दिया कि शिवसेना परिवार के मुखिया के रूप में, उन्होंने उनके विचारों का सम्मान किया है और वे अपने दिल से यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अभी तक 'कोई भी पार्टी से बाहर नहीं है'।
शिवसेना से बगावत करने वाले नेता सभी प्रकार की अटकलों के साथ गुवाहाटी में फंस गए हैं।
ठाकरे ने अपील करते हुए कहा, "मैं आप सभी से अपील करता हूं। मेरे सामने आइए। लोगों और शिवसैनिकों के मन में फैली भ्रांतियों को दूर करें।"
सीएम ने कहा कि यदि वे सभी एक साथ बैठें, तो वे निश्चित रूप से राजनीतिक गतिरोध का समाधान निकाल सकते हैं। ठाकरे ने उन्हें किसी भी प्रकार के गलत उपायों के शिकार होने के प्रति आगाह किया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि शिवसेना ने उन्हें जो सम्मान दिया है, वह उन्हें कहीं और नहीं मिल सकता।
ठाकरे ने निष्कर्ष निकाला, "मेरे सामने आओ और अपने विचार प्रस्तुत करें, आइए समाधान निकालें। मुझे अभी भी आपकी चिंता है।"
21-22 जून की रात को पार्टी के सामने पैदा हुए राजनीतिक संकट के बाद से बागियों से मुख्यमंत्री द्वारा की गई यह कम से कम तीसरी सीधी अपील है।
--आईएएनएस
उन्होंने आश्वासन दिया कि शिवसेना परिवार के मुखिया के रूप में, उन्होंने उनके विचारों का सम्मान किया है और वे अपने दिल से यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अभी तक 'कोई भी पार्टी से बाहर नहीं है'।
शिवसेना से बगावत करने वाले नेता सभी प्रकार की अटकलों के साथ गुवाहाटी में फंस गए हैं।
ठाकरे ने अपील करते हुए कहा, "मैं आप सभी से अपील करता हूं। मेरे सामने आइए। लोगों और शिवसैनिकों के मन में फैली भ्रांतियों को दूर करें।"
सीएम ने कहा कि यदि वे सभी एक साथ बैठें, तो वे निश्चित रूप से राजनीतिक गतिरोध का समाधान निकाल सकते हैं। ठाकरे ने उन्हें किसी भी प्रकार के गलत उपायों के शिकार होने के प्रति आगाह किया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि शिवसेना ने उन्हें जो सम्मान दिया है, वह उन्हें कहीं और नहीं मिल सकता।
ठाकरे ने निष्कर्ष निकाला, "मेरे सामने आओ और अपने विचार प्रस्तुत करें, आइए समाधान निकालें। मुझे अभी भी आपकी चिंता है।"
21-22 जून की रात को पार्टी के सामने पैदा हुए राजनीतिक संकट के बाद से बागियों से मुख्यमंत्री द्वारा की गई यह कम से कम तीसरी सीधी अपील है।
--आईएएनएस
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