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1.25 किलो के नवजात के दिल का सबसे कठिन आपरेशन कर रिकॉर्ड बनाया
जयपुर। 29 हफ्ते के प्रीमेच्योर बेबी जिसका की वजन सिर्फ 1.25 किलोग्राम वजन था, कि हार्ट सर्जरी के इतिहास में पहली बार धड़कते दिल पे बिना हार्ट लंग मशीन की मदद के जटिल हार्ट सर्जरी पूरी की। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक कार्डिक सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. सुनील कुमार कौशल ने अपनी टीम के साथ यह सफल इलाज किया है।
इस सर्जरी में इंटरप्टेड अरोटिक आर्च (आईएए) को रिपेयर किया गया और पीडीए का डिवीजन कर दिल के छेदों (वीएसए) के लिए एमपीए बैंड किया गया। शिशु की अपरिपक्वता, एक किलो का वजन एवं इस तरह के कॉम्प्लेक्स हार्ट डिफेक्ट के हालात में यह दुनिया की इस प्रकार की प्रथम हार्ट सर्जरी दर्ज हुई है।
उन्होंने बताया कि जब इस प्रीमेच्योर बेबी को हॉस्पिटल के आईसीयू में लाया गया, तब इसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी और शरीर ठंडा पड़ रहा था। अपरिपक्व शरीर व कम वजन इसके इलाज में सबसे बड़ी बाधाएं थी। ऐसे में कुछ जांचें करने पर उसके कॉम्प्लेक्स हार्ट डिफेक्ट के बारे में भी पता चला। इस वजह से शरीर के निचले हिस्से में रक्त का उपयुक्त संचार नहीं हो पा रहा था। ऐसी गंभीर स्थिति में ओपन हार्ट सर्जरी किया जाना संभव नहीं था।
इस सर्जरी में इंटरप्टेड अरोटिक आर्च (आईएए) को रिपेयर किया गया और पीडीए का डिवीजन कर दिल के छेदों (वीएसए) के लिए एमपीए बैंड किया गया। शिशु की अपरिपक्वता, एक किलो का वजन एवं इस तरह के कॉम्प्लेक्स हार्ट डिफेक्ट के हालात में यह दुनिया की इस प्रकार की प्रथम हार्ट सर्जरी दर्ज हुई है।
उन्होंने बताया कि जब इस प्रीमेच्योर बेबी को हॉस्पिटल के आईसीयू में लाया गया, तब इसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी और शरीर ठंडा पड़ रहा था। अपरिपक्व शरीर व कम वजन इसके इलाज में सबसे बड़ी बाधाएं थी। ऐसे में कुछ जांचें करने पर उसके कॉम्प्लेक्स हार्ट डिफेक्ट के बारे में भी पता चला। इस वजह से शरीर के निचले हिस्से में रक्त का उपयुक्त संचार नहीं हो पा रहा था। ऐसी गंभीर स्थिति में ओपन हार्ट सर्जरी किया जाना संभव नहीं था।
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