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बिहार के पूर्णिया से अगवा हुए लोजपा नेता की गोली मारकर हत्या
पटना । बिहार के पूर्णिया जिले में
अज्ञात हमलावरों ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता अनिल उरांव की गोली
मारकर हत्या कर दी।
लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उरांव का पूर्णिया के खजांची हाट
थाना क्षेत्र से 29 अप्रैल को अपहरण कर लिया गया था। परिवार वालों से
फिरौती के तौर पर 10 लाख रुपये की मांग की गई थी । बताया जाता है कि नेता
के परिवार के सदस्यों ने अपहरणकतार्ओं को फिरौती की रकम का भुगतान भी किया
था। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने उरांव की हत्या कर दी।
मृतक नेता के रिश्तेदार रामेश्वर उरांव ने कहा कि अनिल उरांव का अपहरण करने के बाद, अपहरणकतार्ओं ने 10 लाख रुपये नकदी की मांग की थी। हमने पैसे की व्यवस्था की और उनके द्वारा बताए गए पते पर पहुंचे। हमने भानभग बांध (तटबंध) पर इंतजार किया, जहां दो व्यक्ति पल्सर मोटर बाइक पर आए और 10 लाख रुपये से भरे बैग को ले गए। तब से हम अनिल उरांव की रिहाई की प्रतीक्षा कर रहे थे।
रविवार सुबह आठ बजे पूर्णिया शहर के डंगराहा इलाके से आदिवासी नेता अनिल उरांव का शव बरामद किया गया। हत्या के बाद स्थानीय निवासियों और रिश्तेदारों ने सड़क पर जाम लगा दिया और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रामेश्वर उरांव ने बताया कि जब उन्होंने पार्थिव शरीर को ठीक से देखा तो यह सामने आया कि अपहरणकतार्ओं द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने से पहले अनिल उरांव की बेरहमी से पिटाई भी की गई थी।
खजांची हाट पुलिस स्टेशन के एक जांच अधिकारी ने कहा कि उनके पास अपहरणकतार्ओं के बारे में कुछ सुराग हैं और अपराधी को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
घटनाक्रम पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि पूर्णिया की स्थानीय पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि हमने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पूर्णिया रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) से भी बात की है और आरोपियों को जल्द ही सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
--आईएएनएस
मृतक नेता के रिश्तेदार रामेश्वर उरांव ने कहा कि अनिल उरांव का अपहरण करने के बाद, अपहरणकतार्ओं ने 10 लाख रुपये नकदी की मांग की थी। हमने पैसे की व्यवस्था की और उनके द्वारा बताए गए पते पर पहुंचे। हमने भानभग बांध (तटबंध) पर इंतजार किया, जहां दो व्यक्ति पल्सर मोटर बाइक पर आए और 10 लाख रुपये से भरे बैग को ले गए। तब से हम अनिल उरांव की रिहाई की प्रतीक्षा कर रहे थे।
रविवार सुबह आठ बजे पूर्णिया शहर के डंगराहा इलाके से आदिवासी नेता अनिल उरांव का शव बरामद किया गया। हत्या के बाद स्थानीय निवासियों और रिश्तेदारों ने सड़क पर जाम लगा दिया और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रामेश्वर उरांव ने बताया कि जब उन्होंने पार्थिव शरीर को ठीक से देखा तो यह सामने आया कि अपहरणकतार्ओं द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने से पहले अनिल उरांव की बेरहमी से पिटाई भी की गई थी।
खजांची हाट पुलिस स्टेशन के एक जांच अधिकारी ने कहा कि उनके पास अपहरणकतार्ओं के बारे में कुछ सुराग हैं और अपराधी को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
घटनाक्रम पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि पूर्णिया की स्थानीय पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि हमने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पूर्णिया रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) से भी बात की है और आरोपियों को जल्द ही सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
--आईएएनएस
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