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विहिप रोहिंग्या मुसलमानों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा : राहुल सोलंकी
कुल्लू। प्रदेश में रोहिंग्या मुसलमानों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह वात विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत प्रचार प्रमुख एवं मण्डी विभागाध्यक्ष राहुल सोलंकी ने कुल्लू में मीडिया से कही।
राहुल सोलंकी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला में रोहिंग्या मुसलमानों को सफाई के काम के बहाने प्रदेश में लाने का षड्यंत्र है। इस पर कड़ा सज्ञांन लेते हुए प्रदेश सरकार व प्रशासन को कड़ी निगरानी करते हुए रोहिंग्याओं को वापस भेजना चाहिए तथा जिस कंपनी तथा ठेकेदार के माध्यम यह लोग प्रदेश की राजधानी तक पहुंच गए उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि रोहिंग्या के आतंकवादियों से जुड़े होने की बाते भी सामने आई थी, इसको ध्यान में रखते हुए जो कम्पनी इनको यहां पर रोजगार के बहाने लाई है, उसकी सदिंग्ध भूमिका को देखते हुए उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
राहुल सोलंकी ने कहा कि भारत सरकार रोहिंग्याओं को शरणार्थी न मानते हुए देश से बाहर भेजना चाहती है। वहीं हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन्हें काम के बहाने बसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जिन रोहिंग्या मुसलमानों को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है। वे शिमला तक कैसे पहुंच गए ? ऐसे लोग जिनको भारत सरकार द्वारा कोई पहचान पत्र जारी नहीं किया गया है, उनका प्रदेश की राजधानी में बड़े गुप चुप तरिके से लाया जाना तथा उनको सफाई व्यवस्था का काम देना किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा करता है।
सोलंकी ने कहा की हम प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि जो रोहिंग्या यहां पर लाए गए हैं, उनको तुरन्त वापस भेजा जाए तथा जो कंपनी उनको यहां लाई है, उसके विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कारवाई की जाए।
राहुल सोलंकी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला में रोहिंग्या मुसलमानों को सफाई के काम के बहाने प्रदेश में लाने का षड्यंत्र है। इस पर कड़ा सज्ञांन लेते हुए प्रदेश सरकार व प्रशासन को कड़ी निगरानी करते हुए रोहिंग्याओं को वापस भेजना चाहिए तथा जिस कंपनी तथा ठेकेदार के माध्यम यह लोग प्रदेश की राजधानी तक पहुंच गए उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि रोहिंग्या के आतंकवादियों से जुड़े होने की बाते भी सामने आई थी, इसको ध्यान में रखते हुए जो कम्पनी इनको यहां पर रोजगार के बहाने लाई है, उसकी सदिंग्ध भूमिका को देखते हुए उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
राहुल सोलंकी ने कहा कि भारत सरकार रोहिंग्याओं को शरणार्थी न मानते हुए देश से बाहर भेजना चाहती है। वहीं हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन्हें काम के बहाने बसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जिन रोहिंग्या मुसलमानों को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है। वे शिमला तक कैसे पहुंच गए ? ऐसे लोग जिनको भारत सरकार द्वारा कोई पहचान पत्र जारी नहीं किया गया है, उनका प्रदेश की राजधानी में बड़े गुप चुप तरिके से लाया जाना तथा उनको सफाई व्यवस्था का काम देना किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा करता है।
सोलंकी ने कहा की हम प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि जो रोहिंग्या यहां पर लाए गए हैं, उनको तुरन्त वापस भेजा जाए तथा जो कंपनी उनको यहां लाई है, उसके विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कारवाई की जाए।
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