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चुनावी खर्चे पर रखें पैनी नजर : केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक
मंडी। चुनाव आयोग द्वारा मंडी लोक सभा क्षेत्र के लिए नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक भारतीय राजस्व सेवा के 2010 बैच के अधिकारी सुरेश लखावत ने मंडी में उपायुक्त कार्यालय सभागार में सहायक व्यय पर्यवेक्षकों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पर्यवेक्षकों को निर्देश दिए कि चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों के खर्च पर पैनी नजर रखें ताकि निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव करवाए जा सकें।
उन्होंने चुनावी खर्चों को नियमित लिखने की हिदायत देते हुए कहा कि चुनाव व्यय नियंत्रण में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करने को कहा। सुरेश लखावत ने बैठक में व्यय पर्यवेक्षकों के कार्यों एवं दायित्वों पर प्रकाश डाला और उन्हें क्या करना एवं क्या नहीं करना के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
हर दिन सौंपें खर्चे की रिपोर्ट
सुरेश लखावत ने कहा कि सहायक व्यय पर्यवेक्षक फ्लाईंग स्क्वैड, वीडियो सर्विलैंस एवं स्टेटिक निगरानी टीमों के साथ आपसी समन्वय से काम करें और उम्मीदवारों के चुनावी खर्चे का पर नजर रखें। हर दिन चुनावी खर्चे की रिपोर्ट उन्हें सौंपे और रिपोर्ट से जुड़े तथ्य भी प्रस्तुत करें। कहा कि प्रत्याशियों के व्यय के आंकलन के लिए चुनावी रैलियों की विडीयोग्राफी करवाएं, ताकि इन पर होने वाले खर्च का अनुमान लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के लिए अधिकतम व्यय सीमा 70 लाख है इससे अधिक व्यय नहीं किया जा सकता है।
केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक से कर सकते हैं सीधे शिकायत
केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चुनाव व्यय से जुड़ी और चुनाव के दौरान रिश्वत के लेन-देन संबंधी शिकायत उनसे दूरभाष के माध्यम से या व्यक्तिगत तौर की जा सकती है। इसके लिए उनके मोबाइल नंबर 7876105874 पर संपर्क करें। वे मंडी सर्किट हाऊस के कमरा नंबर तीन में ठहरे हैं तथा लोग दूरभाष नंबर 01905-227812 पर भी उनसे चुनावी व्यय से जुड़ी शिकायत कर सकते हैं।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक को आश्वस्त किया कि चुनाव से जुड़ी प्रत्येक तैयारी को पूरा किया गया है। निगरानी टीमें स्वतंत्र, पारदर्शी तथा भयमुक्त चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए मुस्तैद हैं।
उन्होंने चुनावी खर्चों को नियमित लिखने की हिदायत देते हुए कहा कि चुनाव व्यय नियंत्रण में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करने को कहा। सुरेश लखावत ने बैठक में व्यय पर्यवेक्षकों के कार्यों एवं दायित्वों पर प्रकाश डाला और उन्हें क्या करना एवं क्या नहीं करना के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
हर दिन सौंपें खर्चे की रिपोर्ट
सुरेश लखावत ने कहा कि सहायक व्यय पर्यवेक्षक फ्लाईंग स्क्वैड, वीडियो सर्विलैंस एवं स्टेटिक निगरानी टीमों के साथ आपसी समन्वय से काम करें और उम्मीदवारों के चुनावी खर्चे का पर नजर रखें। हर दिन चुनावी खर्चे की रिपोर्ट उन्हें सौंपे और रिपोर्ट से जुड़े तथ्य भी प्रस्तुत करें। कहा कि प्रत्याशियों के व्यय के आंकलन के लिए चुनावी रैलियों की विडीयोग्राफी करवाएं, ताकि इन पर होने वाले खर्च का अनुमान लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के लिए अधिकतम व्यय सीमा 70 लाख है इससे अधिक व्यय नहीं किया जा सकता है।
केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक से कर सकते हैं सीधे शिकायत
केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चुनाव व्यय से जुड़ी और चुनाव के दौरान रिश्वत के लेन-देन संबंधी शिकायत उनसे दूरभाष के माध्यम से या व्यक्तिगत तौर की जा सकती है। इसके लिए उनके मोबाइल नंबर 7876105874 पर संपर्क करें। वे मंडी सर्किट हाऊस के कमरा नंबर तीन में ठहरे हैं तथा लोग दूरभाष नंबर 01905-227812 पर भी उनसे चुनावी व्यय से जुड़ी शिकायत कर सकते हैं।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक को आश्वस्त किया कि चुनाव से जुड़ी प्रत्येक तैयारी को पूरा किया गया है। निगरानी टीमें स्वतंत्र, पारदर्शी तथा भयमुक्त चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए मुस्तैद हैं।
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