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कारगिल शहीद की पत्नी के इलाज की मौत की जांच होगी, SDM करेंगे
सोनीपत। ट्यूलिप अस्पताल में कारगिल शहीद की पत्नी के इलाज से पहले आधार
कार्ड मांगने पर मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में मुख्यमंत्री
की फटकार के बाद सोनीपत प्रशासन देर से जागा। अब इस मामले में एसडीएम की
अध्यक्षता में जांच होगी।
सोनीपत डीसी केएम पांडुरंग ने बताया कि सोनीपत एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी जिसमें सीएमअो सोनीपत अौर एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम शामिल होगी। वहीं अगर अस्पताल प्रबंधन की कोई कमी सामने आएगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि महलाना गांव निवासी शकुंतला कई दिन से बीमार थी। उनका बेटा पवन इलाज के लिए अपनी मां को लेकर कई अस्पतालों में गया था। बाद में जब शहर स्थिति आर्मी कार्यालय में गए तो वहां उन्हें पैनल में शामिल शहर के निजी अस्पताल में ले जाने को कहा गया। पवन अपनी मां को लेकर निजी अस्पताल में पहुंचा तो वहां आधार कार्ड मांगा गया। आधार कार्ड न देने पर अस्पताल प्रबंधन ने इलाज शुरू नहीं किया। उसने मोबाइल में मौजूद आधार कार्ड की फोटो दिखाई और उसका नंबर बताया तो उसे मानने से अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया।
शहीद का बेटा मां के इलाज के लिए गिड़गिड़ाता रहा। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन अपनी बात पर अड़ा रहा। मां की बिगड़ती हालत देख बेटा जब उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने लगा। रास्ते में शहीद की पत्नी ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद मीडिया में मामला सुर्खियों में बना रहा तो हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर अौर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। पूरे मामले में मुख्यमंत्री की फटकार के बाद सोनीपत प्रशासन जागा अौर एसडीएम की अध्यक्षता में जांच की जाएगी।
सोनीपत डीसी केएम पांडुरंग ने बताया कि सोनीपत एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी जिसमें सीएमअो सोनीपत अौर एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम शामिल होगी। वहीं अगर अस्पताल प्रबंधन की कोई कमी सामने आएगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि महलाना गांव निवासी शकुंतला कई दिन से बीमार थी। उनका बेटा पवन इलाज के लिए अपनी मां को लेकर कई अस्पतालों में गया था। बाद में जब शहर स्थिति आर्मी कार्यालय में गए तो वहां उन्हें पैनल में शामिल शहर के निजी अस्पताल में ले जाने को कहा गया। पवन अपनी मां को लेकर निजी अस्पताल में पहुंचा तो वहां आधार कार्ड मांगा गया। आधार कार्ड न देने पर अस्पताल प्रबंधन ने इलाज शुरू नहीं किया। उसने मोबाइल में मौजूद आधार कार्ड की फोटो दिखाई और उसका नंबर बताया तो उसे मानने से अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया।
शहीद का बेटा मां के इलाज के लिए गिड़गिड़ाता रहा। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन अपनी बात पर अड़ा रहा। मां की बिगड़ती हालत देख बेटा जब उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने लगा। रास्ते में शहीद की पत्नी ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद मीडिया में मामला सुर्खियों में बना रहा तो हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर अौर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। पूरे मामले में मुख्यमंत्री की फटकार के बाद सोनीपत प्रशासन जागा अौर एसडीएम की अध्यक्षता में जांच की जाएगी।
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