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जॉनसन एंड जॉनसन: 2023 से बंद होगा बेबी टैल्कम पाउडर बिकना

khaskhabar.com : शुक्रवार, 12 अगस्त 2022 5:50 PM (IST)
जॉनसन एंड जॉनसन: 2023 से बंद होगा बेबी टैल्कम पाउडर बिकना
नई दिल्ली। 1894 से लगातार बिकता आ रहा जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी टैल्कम पाउडर वर्ष 2023 से पूरी तरह से बिकना बंद हो जाएगा। यह पाउडर अमेरिका और कनाडा में वर्ष 2020 से ही बिकना बंद हो चुका है। विश्व भर में यह दावा किया जाता रहा है कि जॉनसन बेबी टैल्कम पाउडर से कैंसर होने का खतरा रहता है। 1894 से बेचा जा रहा जॉनसन बेबी पाउडर फैमिली फ्रेंडली होने की वजह से कंपनी का सिंबल प्रोडक्ट बन गया था। 1999 से कंपनी की इंटरनल बेबी प्रोडक्ट डिवीजन इसका मार्केटिंग रिप्रेजेंटेशन करती थी। अब कंपनी टैल्क बेस्ड पाउडर की जगह कॉर्न स्टार्च बेस्ड पाउडर लाएगी।

जॉनसन एंड जॉनसन को भारत में भी 2019 में पाउडर में एस्बेस्टस के आरोपों के बाद अपने प्लांट में प्रोडक्शन बंद करना पड़ा था। हालांकि भारत के ड्रग कंट्रोलर ने टेस्टिंग में पाउडर में एस्बेस्टस नहीं पाया। इसके बाद कंपनी ने बद्दी और मुलुंड प्लांट में अपने बेबी पाउडर का उत्पादन फिर से शुरू कर दिया था।

दरअसल, दुनियाभर में दावे किए जाते रहे हैं कि इस बेबी पाउडर के इस्तेमाल से कैंसर होने का खतरा रहता है। कैंसर की आशंका वाली रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रोडक्ट की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि कंपनी ने हमेशा इस पाउडर को सेफ बताया।

जॉनसन एंड जॉनसन ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने पोर्टफोलियो का असेसमेंट करने के बाद अपने सभी बेबी पाउडर प्रोडक्ट को टैल्कम पाउडर के बजाय कॉर्नस्टार्च का इस्तेमाल करके बनाने का कॉमर्शियल डिसीजन लिया है। फर्म ने कहा कि कॉर्नस्टार्च आधारित बेबी पाउडर पहले से ही दुनिया के कई देशों में बेचा जा रहा है।

जॉनसन एंड जॉनसन को उन हजारों मुकदमों का सामना करना पड़ा है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसके टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस है जिससे कैंसर होता है।

कॉर्नस्टार्च बेस्ड पाउडर में टैल्क नहीं होता। कॉर्नस्टार्च एक मिनरल फ्री फूड सब्सटेंस है जो आमतौर पर किचन में पाया जाता है। टैल्कम पाउडर की तरह, कॉर्नस्टार्च भी स्किन को ड्राय रखने में मदद करता है। कॉर्नस्टार्च बेस्ड पाउडर में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।

कोर्ट फाइलिंग में, जॉनसन एंड जॉनसन के लॉयर ने बताया है कि कंपनी पिछले पांच साल में सिर्फ मुकदमों में 1 बिलियन डॉलर (करीब 7968 करोड़ रुपए) से ज्यादा पेमेंट कर चुकी है। कंपनी के बैंकरप्सी की फाइलिंग के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन को सेटलमेंट के मामलों को सुलझाने के लिए अब तक करीब 3.5 बिलियन डॉलर (28 हजार करोड़ रुपए) का पेमेंट करने के लिए मजबूर किया गया है।

सेंट लुइस में राज्य की कोर्ट के बाहर 2018 के जूरी के फैसले ने जॉनसन एंड जॉनसन को उन 20 महिलाओं को 2.5 बिलियन डॉलर (20 हजार करोड़ रुपए) का पेमेंट करने के लिए मजबूर किया, जिन्होंने अपने ओवरी के कैंसर के लिए इसके बेबी पाउडर को टारगेट किया था। मिसौरी सुप्रीम कोर्ट और स् सुप्रीम कोर्ट दोनों ने फैसले को पलटने से इनकार कर दिया।

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