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शेखावाटी में आ गया है हिमालय का मीठा पानी... अब युमना का भी आएगा

khaskhabar.com : रविवार, 23 सितम्बर 2018 8:21 PM (IST)
शेखावाटी में आ गया है हिमालय का मीठा पानी... अब युमना का भी आएगा
बुहाना/झुंझुनूं/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार अथक प्रयास कर हिमालय का पानी शेखावाटी की धरती पर लाने में सफल हुई है। अब यहां के लोगों की कुम्भाराम नहर लिफ्ट परियोजना से झुंझुनूं और बग्गड़ को पीने के लिए हिमालय का मीठा पानी उपलब्ध होने लगा है। अब शीघ्र ही इस परियोजना के दूसरे चरण से बुहाना, चिड़ावा और सूरजगढ़ के 190 गांवों और 70 ढाणियों को पेयजल उपलब्ध होगा।
राजे रविवार को बुहाना एवं झुंझनूं में जनसभाओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि कुम्भाराम नहर लिफ्ट परियोजना के दूसरे चरण के लिए करीब 700 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी गई है। इसका काम भी शीघ्र शुरू हो जाएगा। यमुना का पानी शेखावाटी की धरती पर लाने के लिए 24 साल पहले एमओयू हुआ था, लेकिन यह परियोजना लंबित ही बनी रही। हमारी सरकार के प्रयासों से अब केन्द्रीय जल आयोग ने ताजेवाला हैड वर्क्स से हमारे हिस्से का पानी पाइपलाइन के माध्यम से हमें पहुंचाने की स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना की डीपीआर भी जल्दी पूरी कर काम शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना का फायदा चूरू, सीकर और झुंझुनूं जिलों को मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने शेखावाटी के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि इन्हीं शहीदों से इस धरती की पहचान है। इन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए हमने 15 अगस्त 1947 के बाद हुए शहीदों के आश्रितों को भी सरकारी नौकरी देने के विशेष नियम बनाए। पूर्व सैनिकों को राज्य सेवाओं में 5 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ शहीदों के परिवारों को मिलने वाले सम्मान भत्ते को भी दोगुना किया। प्रदेश के सभी थानों में शहीदों और सैनिकों की सूची भी तैयार रखी जाएगी। संबंधित थानों के थानाधिकारी शहीदों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याओं के समाधान में मदद करेंगे।
राजे ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसानों का 50 हजार रुपए तक का कृषि ऋण माफ किया गया। राज्य सरकार ने प्रदेश के 30 लाख किसानों का कुल 9 हजार करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ किया है। फसल बीमा के तहत अब 50 प्रतिशत खराबे के स्थान पर 33 प्रतिशत खराबे पर ही किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों को राहत देने के लिए पिछले पौने पांच साल में किसानों की प्रति यूनिट बिजली की दरें भी नहीं बढ़ाई गईं।


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