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झारखंड कोरोनासंकट:असहायों के लिए संजीवनी बना 'दाल-भात केंद्र
उन्होंने बताया कि सभी तैयारियां हो गई हैं, अब जिला प्रशासन जगह चिन्हित कर रहा है।
उन्होंने बताया, "झारखंड के सभी दाल-भात केंद्रों में मंगलवार से असहाय लोगों को नि:शुल्क भोजन मिलने लगा है। अबतक पांच रुपये में पेटभर भोजन कराया जाता था। सरकार ने यह निर्णय लॉकडाउन अवधि के लिए लिया है।"
उरांव ने बताया कि यह व्यवस्था लॉकडाउन के बाद भी कुछ माह तक चलाया जाएगा, जबतक हर क्षेत्र में स्थिति पटरी पर ना आ जाए। दाल-भात केंद्र चलाने वाले संचालकों को अलग से पैसा मुहैया कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दाल-भात केंद्र में बड़ी संख्या में असहाय और निर्धन लोग पहुंच रहे हैं और खाना खा रहे हैं। मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि इससे पहले सभी थानों में बने सेंट्रलाइज्ड किचन से लोगों को भोजन दिया जा रहा है। इसमें भी कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। लोगों को भोजन मिलेगा, इसमें कोई कमी नहीं होगी।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सरकार हर स्तर से लोगों को भोजन उपलब्ध करा रही है। राशन दुकानों से दो से तीन माह का राशन दिया जा रहा है।
मंत्री ने कहा, "कुल 875 दाल-भात केंद्रों में हर आने वाले व्यक्ति को खिचड़ी देने की व्यवस्था की गई है। सूखे राशन की भी व्यवस्था है।"
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के इस दौर में जहां असहायों और निर्धन लोगों के भोजन का प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में दाल-भात केंद्र ऐसे लोगों के लिए वरदान बनी हुई है।
उन्होंने बताया, "झारखंड के सभी दाल-भात केंद्रों में मंगलवार से असहाय लोगों को नि:शुल्क भोजन मिलने लगा है। अबतक पांच रुपये में पेटभर भोजन कराया जाता था। सरकार ने यह निर्णय लॉकडाउन अवधि के लिए लिया है।"
उरांव ने बताया कि यह व्यवस्था लॉकडाउन के बाद भी कुछ माह तक चलाया जाएगा, जबतक हर क्षेत्र में स्थिति पटरी पर ना आ जाए। दाल-भात केंद्र चलाने वाले संचालकों को अलग से पैसा मुहैया कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दाल-भात केंद्र में बड़ी संख्या में असहाय और निर्धन लोग पहुंच रहे हैं और खाना खा रहे हैं। मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि इससे पहले सभी थानों में बने सेंट्रलाइज्ड किचन से लोगों को भोजन दिया जा रहा है। इसमें भी कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। लोगों को भोजन मिलेगा, इसमें कोई कमी नहीं होगी।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सरकार हर स्तर से लोगों को भोजन उपलब्ध करा रही है। राशन दुकानों से दो से तीन माह का राशन दिया जा रहा है।
मंत्री ने कहा, "कुल 875 दाल-भात केंद्रों में हर आने वाले व्यक्ति को खिचड़ी देने की व्यवस्था की गई है। सूखे राशन की भी व्यवस्था है।"
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के इस दौर में जहां असहायों और निर्धन लोगों के भोजन का प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में दाल-भात केंद्र ऐसे लोगों के लिए वरदान बनी हुई है।
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