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झारखंड : भोला की 'पुराने कपड़े की दुकान' निर्धनों के लिए बना तन ढंकने का जरिया, देखें तस्वीरें
लातेहार। कहा जाता है कि ऐसा हवन नहीं करना चाहिए कि खुद का भी हाथ जल जाए, लेकिन समाजसेवा ऐसा जुनून है जिसमें लोग खुद की तकलीफ सहकर भी दूसरे की मदद के लिए आगे आते हैं। ऐसा ही कर रहा है झारखंड के लातेहार जिला मुख्यालय का एक युवक, जो खुद तंगहाली में अपने परिवार का पेट पाल रहा है, लेकिन निर्धनों के तन ढंकने का एक जरिया भी बन गया है।
लातेहार जिला मुख्यालय के युवक भोला प्रसाद खुद तंगहाली का जीवन जी रहे हैं, लेकिन ये निर्धन परिवारों के लिए एक कपडे की दुकान के मलिक भी हैं, जो निर्धन परिवार के लिए मुफ्त में कपड़े भी उपलब्ध करवाता है।
ऐसे तो भोला प्रसाद एक फुटकर व्यापारी हैं, जो ग्रामीण इलाकों में लगने वाले साप्ताहिक हाटों, बाजारों में आयुर्वेदिक दवा और श्रृंगार प्रसाधन की दुकान लगाते हैं।
लातेहार जिला मुख्यालय के युवक भोला प्रसाद खुद तंगहाली का जीवन जी रहे हैं, लेकिन ये निर्धन परिवारों के लिए एक कपडे की दुकान के मलिक भी हैं, जो निर्धन परिवार के लिए मुफ्त में कपड़े भी उपलब्ध करवाता है।
ऐसे तो भोला प्रसाद एक फुटकर व्यापारी हैं, जो ग्रामीण इलाकों में लगने वाले साप्ताहिक हाटों, बाजारों में आयुर्वेदिक दवा और श्रृंगार प्रसाधन की दुकान लगाते हैं।
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