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भाजपा सरकार को आइना दिखा रहा है यह पत्र... आप भी पढ़ें
झालावाड़/जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके गृहक्षेत्र झालावाड़ के पिछड़ेपन को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पायलट ने कहा कि झालावाड़ कलेक्टर ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर बताया है कि झालावाड़ जिला सामाजिक एवं आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। कलेक्टर का यह पत्र सरकार को आइना दिखा रहा है। यहां के बच्चे कुपोषण की गिरफ्त में हैं। शहरों-गांवों में संपर्क रास्ते नहीं हैं। बरसात के दिनों में लोग टापुओं में जीवन जीते हैं, जिससे झालावाड़ जिले का पिछड़ापन साफ झलकता है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि जिले में अब तक भी 11 हजार परिवारों को बिजली नहीं मिल सकी है। 2,15,700 परिवारों को पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है। जिला कलेक्टर ने शिक्षा, चिकित्सा, आदिवासियों का पिछड़ापन देख जिले को पिछड़ों की श्रेणी में डालने की मांग की है।
पायलट ने राज्य की मुख्यमंत्री से पूछा है कि उन्होंने दो दिन पहले कहा कि झालावाड़ जिले के लिए 17 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन यहां के जमीनी हालात से स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री का यह दावा खोखला है।
पायलट ने कहा कि झालावाड़ कलेक्टर ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर बताया है कि झालावाड़ जिला सामाजिक एवं आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। कलेक्टर का यह पत्र सरकार को आइना दिखा रहा है। यहां के बच्चे कुपोषण की गिरफ्त में हैं। शहरों-गांवों में संपर्क रास्ते नहीं हैं। बरसात के दिनों में लोग टापुओं में जीवन जीते हैं, जिससे झालावाड़ जिले का पिछड़ापन साफ झलकता है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि जिले में अब तक भी 11 हजार परिवारों को बिजली नहीं मिल सकी है। 2,15,700 परिवारों को पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है। जिला कलेक्टर ने शिक्षा, चिकित्सा, आदिवासियों का पिछड़ापन देख जिले को पिछड़ों की श्रेणी में डालने की मांग की है।
पायलट ने राज्य की मुख्यमंत्री से पूछा है कि उन्होंने दो दिन पहले कहा कि झालावाड़ जिले के लिए 17 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन यहां के जमीनी हालात से स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री का यह दावा खोखला है।
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