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सरकार की अनदेखी के खिलाफ जाट आरक्षण समिति हल्ला बोलेगी
करनाल। सरकार की अनदेखी के खिलाफ अखिल
भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति 3 फरवरी को कैनाल रेस्ट हाउस पर हल्ला बोलेगी। मुख्यमंत्री को उनके निर्वाचन क्षेत्र में ज्ञापन देंगे यदि
मुख्यमंत्री स्वयं उनका ज्ञापन लेने नहीं आते हैं तो वह केंद्र सरकार और
मुख्यमंत्री का पुतला पुतला दहन किया जाएगा। इसके चलते अगर कछ भी
गलत होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इससे पहले भी हम
केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और परिवहन मंत्री कृष्ण लाल
पंवार को ज्ञापन देने गए, परंतु ज्ञापन लेने के लिए वहां पर कोई भी
नहीं आया यदि करनाल में भी ऐसा ही होता है तो हम वहां से एक बड़े आंदोलन की
रणनीति बनाएंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री के आवास के घेराव की सूचना सरकार व प्रशासन को पहले भेजी जा चुकी है इससे पूर्व 20 जनवरी को केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह के निवास का घेराव किया जा चुका है । 27 जनवरी को मतलौडा में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार की कोठी का घेराव किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जब तक जाट समेत 6 जातियों को ओबीसी में प्रदेश व केंद्र में आरक्षण नहीं दिया जाता जेलों से युवा रिहा नहीं हो जाते सरकार द्वारा जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस नहीं लिए जाते, प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं होती मृतकों के आश्रितों को सरकारी की नौकरी नहीं दी जाती घायलों को समान रुप से मुआवजा नहीं दिया जाता तथा संसद सैनी व यशपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता उनका संघर्ष जारी रहेगा।
बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि यदि यशपाल 19 मार्च 2017 को सरकार की गोद में बैठकर जाट समाज के साथ गद्दारी नहीं करता तो आज समाज की कोई भी मांग अधूरी नहीं रहती और समाज को पुनः सड़कों पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने बताया कि यशपाल आंदोलन के नाम पर जाटों से करोड़ों रुपए चंदे के नाम लूट चुका है। उस पैसे से अब शिक्षा संस्थान खोलकर अपना बिजनेस चला रहा है उस उसकी ई .डी से जांच कराई जाए और उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने बताया कि भाजपा की गोद में बैठे सरकार के दलालों द्वारा 18 फरवरी को बलिदान दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं उन्हीं की बदौलत आज युवा जेलों में सड़ रहे हैं वह हजारों लोग मुकदमे भुगत रहे हैं । उन्होंने सरकार से मांग की कि विमुक्त एवं घुमंतू जाति पिछड़ा वर्ग हरियाणा जोड़ों के चेयरमैन टिप्पणी करते हुए उनके चेयरपर्सन पद से बर्खास्त किया जाए उनके नेताओं से बातचीत की मार्च 2017 के जाट आंदोलन को विफल करने में भाजपा के प्रदेश के एक मंत्री और केंद्रीय मंत्री का हाल है ।
उन्होंने मुख्यमंत्री के आवास के घेराव की सूचना सरकार व प्रशासन को पहले भेजी जा चुकी है इससे पूर्व 20 जनवरी को केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह के निवास का घेराव किया जा चुका है । 27 जनवरी को मतलौडा में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार की कोठी का घेराव किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जब तक जाट समेत 6 जातियों को ओबीसी में प्रदेश व केंद्र में आरक्षण नहीं दिया जाता जेलों से युवा रिहा नहीं हो जाते सरकार द्वारा जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस नहीं लिए जाते, प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं होती मृतकों के आश्रितों को सरकारी की नौकरी नहीं दी जाती घायलों को समान रुप से मुआवजा नहीं दिया जाता तथा संसद सैनी व यशपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता उनका संघर्ष जारी रहेगा।
बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि यदि यशपाल 19 मार्च 2017 को सरकार की गोद में बैठकर जाट समाज के साथ गद्दारी नहीं करता तो आज समाज की कोई भी मांग अधूरी नहीं रहती और समाज को पुनः सड़कों पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने बताया कि यशपाल आंदोलन के नाम पर जाटों से करोड़ों रुपए चंदे के नाम लूट चुका है। उस पैसे से अब शिक्षा संस्थान खोलकर अपना बिजनेस चला रहा है उस उसकी ई .डी से जांच कराई जाए और उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने बताया कि भाजपा की गोद में बैठे सरकार के दलालों द्वारा 18 फरवरी को बलिदान दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं उन्हीं की बदौलत आज युवा जेलों में सड़ रहे हैं वह हजारों लोग मुकदमे भुगत रहे हैं । उन्होंने सरकार से मांग की कि विमुक्त एवं घुमंतू जाति पिछड़ा वर्ग हरियाणा जोड़ों के चेयरमैन टिप्पणी करते हुए उनके चेयरपर्सन पद से बर्खास्त किया जाए उनके नेताओं से बातचीत की मार्च 2017 के जाट आंदोलन को विफल करने में भाजपा के प्रदेश के एक मंत्री और केंद्रीय मंत्री का हाल है ।
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