Advertisement
कांडला से बाड़मेर वाया सांचौर को रेलवे से जोड़ा जाए : सांसद देवजी पटेल
जयपुर। जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने बुधवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में जालोर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र को रेलवे लाइन से जोड़ने का मुद्दा उठाया।
लोकसभा में सांसद पटेल के प्रश्न का जबाब देते हुए रेल राज्य मंत्री राजेन गोहांई ने बताया कि राजस्थान सहित देश के दूरदराज के स्थानों में यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए राज्यों की सहायता से रेल अवसंरचना की रूपरेखा तैयार है तथा राज्य सरकारों को राज्य संयुक्त उद्यम (जेवी) कम्पनियों का समावेशन करके महत्वपूर्ण क्षेत्र के उद्योगों, खानों और औद्योगिक गलियारों आदि को सेवित करने के लिए अपने राज्य में उस रेलवे अवसंरचना की योजना बनाने का अधिकार दिया गया है।
उन्होंने बताया की भाभर और कांडला के बीच के एक बडी लाइन पहले से मौजूद है। इसके अलावा जैसलमेर-बाड़मेर-भाभर नई लाइन परियोजना राज्य सरकार और स्टेक धारकों के साथ संयुक्त उद्यम/विशेष परियोजन योजना (एसपीवी)/भागीदारी के जरिये प्रस्तावित पूंजी निवेश कार्यक्रम 2016-17 में स्वीकृत की गई है। इस नई लाइन परियोजना के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए ‘सिद्धांतत’ अनुमोदन शिपिंग मंत्रालय द्वारा प्रदान कर दिया गया है। शिपिंग मंत्रालय से व्यवहार्यता अध्ययन/सर्वेक्षण किए जाने से पूर्व विचारार्थ विषय (टीओआर) अनुमोदन के लिए महाप्रबंधक उतर पश्चिम रेलवे, जयपुर को भेजने का अनुरोध किया गया है।
लोकसभा में सांसद पटेल के प्रश्न का जबाब देते हुए रेल राज्य मंत्री राजेन गोहांई ने बताया कि राजस्थान सहित देश के दूरदराज के स्थानों में यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए राज्यों की सहायता से रेल अवसंरचना की रूपरेखा तैयार है तथा राज्य सरकारों को राज्य संयुक्त उद्यम (जेवी) कम्पनियों का समावेशन करके महत्वपूर्ण क्षेत्र के उद्योगों, खानों और औद्योगिक गलियारों आदि को सेवित करने के लिए अपने राज्य में उस रेलवे अवसंरचना की योजना बनाने का अधिकार दिया गया है।
उन्होंने बताया की भाभर और कांडला के बीच के एक बडी लाइन पहले से मौजूद है। इसके अलावा जैसलमेर-बाड़मेर-भाभर नई लाइन परियोजना राज्य सरकार और स्टेक धारकों के साथ संयुक्त उद्यम/विशेष परियोजन योजना (एसपीवी)/भागीदारी के जरिये प्रस्तावित पूंजी निवेश कार्यक्रम 2016-17 में स्वीकृत की गई है। इस नई लाइन परियोजना के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए ‘सिद्धांतत’ अनुमोदन शिपिंग मंत्रालय द्वारा प्रदान कर दिया गया है। शिपिंग मंत्रालय से व्यवहार्यता अध्ययन/सर्वेक्षण किए जाने से पूर्व विचारार्थ विषय (टीओआर) अनुमोदन के लिए महाप्रबंधक उतर पश्चिम रेलवे, जयपुर को भेजने का अनुरोध किया गया है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
जालोर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement