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राजस्थान की गौरवशाली परंपरा को आने वाली पीढ़ी भी याद रखेगी... जानें कैसे
जालोर/जयपुर। आजकल युवा पीढ़ी इतिहास को भूलती जा रही है और हम इस गौरवशाली इतिहास को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने के लिए संत, महापुरुषों एवं लोकदेवताओं के इतिहास को संजोने का काम कर रहे हैं, ताकि राजस्थान की गौरवशाली परंपरा को आने वाली पीढ़ियां भी याद रख सकें।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को जालोर जिले के रामसीन (काबा पट्टी) में महाकवि माघ एवं गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त के पैनोरमा में लगाई जाने वाली प्रतिमाओं के अनावरण समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि ये प्रतिमाएं भीनमाल में निर्मित होने वाले पैनोरमा में स्थापित होंगी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजे ने कहा कि राज्य में लोकदेवता, संत एवं महापुरुषों के 48 पैनोरमा के निर्माण पर 140 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले की लोक आस्था से जुड़े मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, जिसमें 125 मंदिरों के जीर्णोद्धार पर 625 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को जालोर जिले के रामसीन (काबा पट्टी) में महाकवि माघ एवं गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त के पैनोरमा में लगाई जाने वाली प्रतिमाओं के अनावरण समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि ये प्रतिमाएं भीनमाल में निर्मित होने वाले पैनोरमा में स्थापित होंगी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजे ने कहा कि राज्य में लोकदेवता, संत एवं महापुरुषों के 48 पैनोरमा के निर्माण पर 140 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले की लोक आस्था से जुड़े मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, जिसमें 125 मंदिरों के जीर्णोद्धार पर 625 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
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