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घर-घर होगी गणपति की आराधना, मंदिरों में उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब
जयपुर। गणेश चतुर्थी पर्व गुरुवार को शहरभर के गणपति मंदिरों व घरों में श्रद्धा और विश्वास से मनाया जाएगा। घर-घर में द्वारपाल गणेशजी की पूजा-अर्चना कर गुड़धानी का भोग लगाया जाएगा। बुधवार को लोगों ने गणेश चतुर्थी पूजन के लिए सिदूर, डंके, गुड़धानी, चांदी की वर्क, मोदक और पौशाकें खरीदी। शहर के प्राचीन गढ़ गणेश, मोती डूंगरी गणेशजी, चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेशजी, ब्रह्मपुरी स्थित नहर के गणेशजी, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेशजी, दिल्ली रोड बंगाली बाबा आश्रम स्थित गणेश सहित सभी गणेश मंदिरों में गणेश चतुर्थी पर विभिन्न आयोजन होंगे।
यह रहेगा आरती का समय
सुबह गणपतिजी को श्रेष्ठ मुहूर्त में पंचामृत अभिषेक कर विशेष पोशाक धारण कराई जाएगी। श्रद्धालु सुबह से देर रात तक दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर में गुरुवार सुबह चार बजे मंगला आरती होगी। सुबह सवा ग्यारह बजे विशेष पूजन होगा। साढ़े ग्यारह बजे श्रंगार आरती होगी। इसके बाद श्रंगार के लिए पट मंगल होंगे, जो कि दोपहर तीन बजे खुलेंगे, उसी समय भोग आरती होगी। यहां शाम सात बजे संध्या तथा रात्रि 11.45 बजे शयन आरती होगी। दर्शनों के लिए महिलाओं और पुरुष श्रद्धालुओं के अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।
मनाया सिंजारा महोत्सव
यह रहेगा आरती का समय
सुबह गणपतिजी को श्रेष्ठ मुहूर्त में पंचामृत अभिषेक कर विशेष पोशाक धारण कराई जाएगी। श्रद्धालु सुबह से देर रात तक दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर में गुरुवार सुबह चार बजे मंगला आरती होगी। सुबह सवा ग्यारह बजे विशेष पूजन होगा। साढ़े ग्यारह बजे श्रंगार आरती होगी। इसके बाद श्रंगार के लिए पट मंगल होंगे, जो कि दोपहर तीन बजे खुलेंगे, उसी समय भोग आरती होगी। यहां शाम सात बजे संध्या तथा रात्रि 11.45 बजे शयन आरती होगी। दर्शनों के लिए महिलाओं और पुरुष श्रद्धालुओं के अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।
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