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अंधड़ का तांडव, भरतपुर-धौलपुर-अलवर में 35 की मौत, यूपी के 2 लोग शामिल, 205 घायल
आगरा। राजस्थान के कई इलाकों में बुधवार दोपहर बाद आए अंधड़ ने तांडव मचा
दिया। अंधड़ में कई लोग काल के गाल में समा गए। अचानक मौसम बदला और तेज हवा
के साथ धूल के गुबार उड़ने लगे। धूल उड़ने से आसमान काला पड़ गया। अंधड़ ने
प्रदेश में 35 लोगों की जान ले ली। 205 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा
17 मौतें भरतपुर में हुईं। इसके अलावा प्रदेशभर में बिजली व्यवस्था चरमरा
गई। कई जगह मकान गिर गए तो कई जगह पेड़ टूट गए। छिटपुट घटनाओं में कई लोग
घायल हो गए। उधर, धौलपुर में तीन गांवों में आग लग गई। इससे कई कच्चे घर जल
गए।
मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए सहायता राशि जारी
भाजपा प्रदेश मुख्यालय मेें गुरुवार को गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान के तीन जिलों में हताहतों के बारे में जानकारी दी। कटारिया ने बताया कि अंधड़ से भरतपुर में 17, अलवर में 9, धौलपुर में 9 लोगों की मौत हुई है। इस आपदा में 205 लोग घायल हुए हैं। सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। सरकार ने तुरंत मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता के लिए सहायता राशि जारी कर दी है। सुबह सवा 11 बजे ही भरतपुर के लिए 1 करोड़, अलवर के लिए 65 लाख और धौलपुर के लिए 85 हजार की राशि संबंधित जिलों के कलेक्टर के पास ट्रांसफर कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने ली जानकारी
उधर, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नुकसान की जानकारी ली है। साथ ही संबंधित अधिकारियों तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। जयपुर डिस्कॉम में भी बिजली संबंधी 3500 से ज्यादा शिकायतें पहुंची। डिस्कॉम ने भी बिजली व्यस्था सुधारने का काम कर दिया। आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट है। भरतपुर संभाग में NDRF और सिविल डिफेंस अलर्ट है।
लोगों को लगा राहत मिली, पर आई आफत
आपको बता दें कि प्रदेश में दिन का तापमान 43 डिग्री को पार कर चुका था। लोग गर्मी से परेशान थे। हवा चलने पर लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई, लेकिन इस हवा ने थोड़ी देर में आंधी का रूप ले लिया और जानलेवा साबित हो गई।
डीग/भरतपुर। जिले में अचानक आए अंधड़ से 17 लोगों की मौत हो गई। सामई खेड़ा गांव में एक कच्चे मकान की दीवार गिरी। दीवार के मलबे में दबकर एक युवक की मौत हो गई।
धौलपुर। तेज गति के साथ आया आए तूफान ने 9 लोगों की जान ले ली। इनमें 7 लोग धौलपुर के और 2 यूपी निवासी है। हालांकि प्रशासन ने 20 मिनट पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था। लेकिन अचानक अंधड़ ने तबाही मचा दी। तूफान के बाद बिजली गुल होने से पूरा जिला अंधेरे में डूबा रहा। आपको बता दें कि धौलपुर जिले में सोमवार रात भी आंधी और तूफान ने लोगों को दहला दिया था। जिलेभर में दर्जनों पेड़ टूटने से किसी का मकान धराशायी हो गया था तो कहीं सरकारी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई थी। एक महीने पहले आए आंधी और अंधड़ में 14 लोगों की जान चली गई थी। वहीं लाखों रुपए का बिजली विभाग के साथ सरकार और आमजन को नुकसान हुआ था। अचानक बुधवार को फिर आंधी और तूफान ने लोगों में दहशत पैदा कर दिया। धौलपुर में तीन गांवों में आग लग गई। इससे कई कच्चे घर जल गए।
अलवर। जिले में तेज अंधड़ से 9 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। जिले में भारी नुकसान की खबर है।
जयपुर। दिन में गर्मी से परेशान थे लोग और दोपहर बाद अंधड़ ने परेशानी और बढ़ा दी। तेज अंधड़ के कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई। साथ ही कई जगह पेड़ गिर गए और बिजली के तार टूट गए। इससे बिजली भी बाधित रही।
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मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए सहायता राशि जारी
भाजपा प्रदेश मुख्यालय मेें गुरुवार को गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान के तीन जिलों में हताहतों के बारे में जानकारी दी। कटारिया ने बताया कि अंधड़ से भरतपुर में 17, अलवर में 9, धौलपुर में 9 लोगों की मौत हुई है। इस आपदा में 205 लोग घायल हुए हैं। सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। सरकार ने तुरंत मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता के लिए सहायता राशि जारी कर दी है। सुबह सवा 11 बजे ही भरतपुर के लिए 1 करोड़, अलवर के लिए 65 लाख और धौलपुर के लिए 85 हजार की राशि संबंधित जिलों के कलेक्टर के पास ट्रांसफर कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने ली जानकारी
उधर, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नुकसान की जानकारी ली है। साथ ही संबंधित अधिकारियों तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। जयपुर डिस्कॉम में भी बिजली संबंधी 3500 से ज्यादा शिकायतें पहुंची। डिस्कॉम ने भी बिजली व्यस्था सुधारने का काम कर दिया। आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट है। भरतपुर संभाग में NDRF और सिविल डिफेंस अलर्ट है।
लोगों को लगा राहत मिली, पर आई आफत
आपको बता दें कि प्रदेश में दिन का तापमान 43 डिग्री को पार कर चुका था। लोग गर्मी से परेशान थे। हवा चलने पर लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई, लेकिन इस हवा ने थोड़ी देर में आंधी का रूप ले लिया और जानलेवा साबित हो गई।
डीग/भरतपुर। जिले में अचानक आए अंधड़ से 17 लोगों की मौत हो गई। सामई खेड़ा गांव में एक कच्चे मकान की दीवार गिरी। दीवार के मलबे में दबकर एक युवक की मौत हो गई।
धौलपुर। तेज गति के साथ आया आए तूफान ने 9 लोगों की जान ले ली। इनमें 7 लोग धौलपुर के और 2 यूपी निवासी है। हालांकि प्रशासन ने 20 मिनट पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था। लेकिन अचानक अंधड़ ने तबाही मचा दी। तूफान के बाद बिजली गुल होने से पूरा जिला अंधेरे में डूबा रहा। आपको बता दें कि धौलपुर जिले में सोमवार रात भी आंधी और तूफान ने लोगों को दहला दिया था। जिलेभर में दर्जनों पेड़ टूटने से किसी का मकान धराशायी हो गया था तो कहीं सरकारी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई थी। एक महीने पहले आए आंधी और अंधड़ में 14 लोगों की जान चली गई थी। वहीं लाखों रुपए का बिजली विभाग के साथ सरकार और आमजन को नुकसान हुआ था। अचानक बुधवार को फिर आंधी और तूफान ने लोगों में दहशत पैदा कर दिया। धौलपुर में तीन गांवों में आग लग गई। इससे कई कच्चे घर जल गए।
अलवर। जिले में तेज अंधड़ से 9 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। जिले में भारी नुकसान की खबर है।
जयपुर। दिन में गर्मी से परेशान थे लोग और दोपहर बाद अंधड़ ने परेशानी और बढ़ा दी। तेज अंधड़ के कारण वाहन चालकों को परेशानी हुई। साथ ही कई जगह पेड़ गिर गए और बिजली के तार टूट गए। इससे बिजली भी बाधित रही।
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