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रक्षाबंधन 2018 : बहनें करेंगी भाइयों की दीर्घायु की कामना

सुधीर कुमार शर्मा
जयपुर। कुमकुम, हल्दी, चावल, दीपक, मिठाई की थाली सजाने के लिए बेसब्री से किया जा रहा इंतजार अब तीन दिन बाद समाप्त हो जाएगा और प्रत्येक घर में बच्चों के साथ-साथ बड़े-बुजुर्गों में भी नटखटपन, शरारत और चुलबुलापन दिखाई देगा। मौका होगा 26 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व का। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और गहरा करने वाला यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनें रक्षाबंधन पर्व का इंतजार करती हैं। बहनें भाई के माथे पर तिलक लगा कर दीर्घायु होने की कामना करती हैं और भाई अपनी बहन की सुरक्षा और खुशी के लिए संकल्प लेते हैं।
ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार राखी बांधने का श्रेष्ठ समय सुबह 7:42 से दोपहर 12:54 बजे तक रहेगा। इस दौरान चर और लाभ व अमृत का चौघड़िया रहेगा। अभिजीत मुहूर्त (12:05 से 12:50 बजे तक) सहित दोपहर बाद 2:04 से 3:39 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। रक्षाबंधन का पर्व इस बार भद्रा रहित होने से संपूर्ण दिन रक्षा बंधन का पर्व रहेगा। शास्त्रानुसार रक्षाबंधन में भद्रा टाली जाती है। जो इस बार संपूर्ण दिन नहीं है। इसलिए पूरे दिन रक्षाबंधन का पर्व रहेगा।
जयपुर। कुमकुम, हल्दी, चावल, दीपक, मिठाई की थाली सजाने के लिए बेसब्री से किया जा रहा इंतजार अब तीन दिन बाद समाप्त हो जाएगा और प्रत्येक घर में बच्चों के साथ-साथ बड़े-बुजुर्गों में भी नटखटपन, शरारत और चुलबुलापन दिखाई देगा। मौका होगा 26 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व का। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और गहरा करने वाला यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनें रक्षाबंधन पर्व का इंतजार करती हैं। बहनें भाई के माथे पर तिलक लगा कर दीर्घायु होने की कामना करती हैं और भाई अपनी बहन की सुरक्षा और खुशी के लिए संकल्प लेते हैं।
ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार राखी बांधने का श्रेष्ठ समय सुबह 7:42 से दोपहर 12:54 बजे तक रहेगा। इस दौरान चर और लाभ व अमृत का चौघड़िया रहेगा। अभिजीत मुहूर्त (12:05 से 12:50 बजे तक) सहित दोपहर बाद 2:04 से 3:39 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। रक्षाबंधन का पर्व इस बार भद्रा रहित होने से संपूर्ण दिन रक्षा बंधन का पर्व रहेगा। शास्त्रानुसार रक्षाबंधन में भद्रा टाली जाती है। जो इस बार संपूर्ण दिन नहीं है। इसलिए पूरे दिन रक्षाबंधन का पर्व रहेगा।
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