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जयपुर रहने के लिहाज से क्यों नहीं है सही... क्यों पिछड़ा रैंकिंग में... जानने के लिए पढ़ें
सुधीर कुमार शर्मा
जयपुर। अगर समय पर टैक्स चुकाने वाला आम आदमी पूरी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सके तो वह सुगम जीवन कैसे जी सकता है। कहीं टूटी सड़कें, कहीं बिजली-पानी नहीं, कहीं गंदगी, कहीं अनियमितता, कहीं अतिक्रमण तो कहीं अन्य समस्याएं लोगों के लिए परेशानियों का कारण बनी हुई हैं। शहर की सरकार ही जब इन समस्याओं पर ध्यान नहीं देगी तो आमजन कैसे सुगम जीवन जी सकता है। ऐसा नहीं है कि समस्याओं के बारे में शहर की सरकार (नगर निगम जयपुर) को पता नहीं हो। खास खबर डॉट कॉम भी प्रदेशभर में आम जन की समस्याओं के संबंध में खबरें प्रकाशित कर नगर निगम, जेडीए, स्थानीय जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करता रहा है। अगर समय रहते इन समस्याओं का स्थायी समाधान कर दिया जाता तो रहने के लिहाज से जयपुर भी सुगम जीवन के लिहाज से केंद्र सरकार द्वारा पेश की गई देश की पहली रैंकिंग में टॉप में जगह बना सकता था, लेकिन राजस्थान का कोई भी शहर टॉप 25 में भी जगह नहीं बना सका।
जिम्मेदारों की नाक के नीचे नाकामी उजागर, पिंकसिटी बनी दरिया
जयपुर के ड्रेनेज सिस्टम की हालत यह है कि थोड़ी सी बारिश में ही सड़के, कॉलोनियां, गलियां दरिया में बदल जाती हैं। हाल ही हुई बारिश से कई पॉश इलाकों में पानी भर गया। जिम्मेदारों की लापरवाही से शहर के पॉश इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं। जिम्मेदारों की नाक के नीचे स्टेच्यू सर्किल पर हाल ये हो गया कि बारिश का पानी फुटपाथ के ऊपर से बहने लगा। पूरी सड़क पानी में डूब गई। कई वाहन बंद हुए। परेशान लोग नगर निगम को कोसते रहे।
ये है स्मार्ट सिटी की बदसूरत तस्वीर... फोटो में देखें बदहाली
बात करें सिर्फ जयपुर की तो खास खबर डॉट कॉम भी समय-समय पर शहर की समस्याओं को उठाता रहा है। खास बात यह है कि मंत्रालय ने ऑनलाइन पोर्टल पर प्रकाशित खबरों को भी सर्वे में शामिल किया था।
जयपुर में ये क्या! आप अगर घर से नहाकर निकले तो दुबारा नहाना पड़ेगा... जानें क्यों
जयपुर। अगर समय पर टैक्स चुकाने वाला आम आदमी पूरी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सके तो वह सुगम जीवन कैसे जी सकता है। कहीं टूटी सड़कें, कहीं बिजली-पानी नहीं, कहीं गंदगी, कहीं अनियमितता, कहीं अतिक्रमण तो कहीं अन्य समस्याएं लोगों के लिए परेशानियों का कारण बनी हुई हैं। शहर की सरकार ही जब इन समस्याओं पर ध्यान नहीं देगी तो आमजन कैसे सुगम जीवन जी सकता है। ऐसा नहीं है कि समस्याओं के बारे में शहर की सरकार (नगर निगम जयपुर) को पता नहीं हो। खास खबर डॉट कॉम भी प्रदेशभर में आम जन की समस्याओं के संबंध में खबरें प्रकाशित कर नगर निगम, जेडीए, स्थानीय जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करता रहा है। अगर समय रहते इन समस्याओं का स्थायी समाधान कर दिया जाता तो रहने के लिहाज से जयपुर भी सुगम जीवन के लिहाज से केंद्र सरकार द्वारा पेश की गई देश की पहली रैंकिंग में टॉप में जगह बना सकता था, लेकिन राजस्थान का कोई भी शहर टॉप 25 में भी जगह नहीं बना सका।
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जयपुर के ड्रेनेज सिस्टम की हालत यह है कि थोड़ी सी बारिश में ही सड़के, कॉलोनियां, गलियां दरिया में बदल जाती हैं। हाल ही हुई बारिश से कई पॉश इलाकों में पानी भर गया। जिम्मेदारों की लापरवाही से शहर के पॉश इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं। जिम्मेदारों की नाक के नीचे स्टेच्यू सर्किल पर हाल ये हो गया कि बारिश का पानी फुटपाथ के ऊपर से बहने लगा। पूरी सड़क पानी में डूब गई। कई वाहन बंद हुए। परेशान लोग नगर निगम को कोसते रहे।
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