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कार्यक्रम में सोते हुए आईटीआई प्रिंसिपल्स को आईएएस नवीन जैन ने सुनाई खरी-खरी, यहां पढ़ें
जयपुर । प्रदेश के श्रम विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान सोते और उंघते हुए आईटीआई प्रिंसिपल्स को जमकर तलाड़ पिलाई । मौका था भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी में आईटीआई प्रिंसिपल्स समिट का। बुधवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे कार्यक्रम शुरू हुआ, लेकिन आयोजकों के दो भाषणों के दौरान शासन सचिव नवीन जैन को कार्यक्रम में मौजूद आईटीआई प्रिंसिपल, जिसमें सरकारी और निजी आईटीआई, दोनों क्षेत्र के थे, उन्हें सोते हुए देखकर रहा नहीं गया।
अपने संबोधन से पहले शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि हमें ऐसा लग रहा है कि आप सभी लोगों को जबरदस्ती यहां बुलाया गया। या आप इस कार्यक्रम को कोई राजनीतिक रैली समझकर आये हो, हम यहां कुछ एक तरफा राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बोलेंगे और सोते हुए या उंघते हुए उसे सुनोगे। ऐसा नहीं चलेगा। क्या आपने पहले कभी ऐसा मंच देखा, जिसमें श्रम विभाग के शासन सचिव और आरएसएलडीसी के एमडी डॉ. समित शर्मा एक साथ बैठे हो और आगे अच्छा मंथन होने वाला है। उन्होंने कहा कि आप को पहले खुद जागना होगा और एनर्जी लानी होगी, तभी को आप कुछ जान सकोगे।
इस कार्यक्रम के दौरान शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि राज्य के सरकारी क्षेत्र के आईटीआई की स्थिति संसाधनों के मामले में दूसरे राज्यों के कमजोर है। फैकल्टी की कमी है, लेकिन विभाग की कोशिश है कि स्किल को एजुकेशन से जोड़ा जाए ।
उन्होंने कहा कि अभी तो आईटीआई को शामिल किया जा रहा है, इसके बाद उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी स्किल एजुकेशन को लेकर बातचीत की जायेगी। साथ ही विभिन्न आईटीआई को उद्यमों के साथ सीधा जोड़ा जा रहा है, जिससे संबंधित उद्यम को उसके ट्रेड के छात्र आसानी से ट्रेनिंग के बाद मौके पर ही मिल सके।
बहरहाल इस कार्यक्रम में राजस्थान से लगभग 300 प्राचार्यों ने भागीदारी निभाई। समिट का एजेंडा उन तमाम चुनौतियों का जायजा लेना था, जिनका सामना स्कूल या संस्था के प्रधानाचार्यों को करना पड़ता है। साथ ही, समस्याओं के संभावित समाधान तलाशने पर जोर रखा गया।
अपने संबोधन से पहले शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि हमें ऐसा लग रहा है कि आप सभी लोगों को जबरदस्ती यहां बुलाया गया। या आप इस कार्यक्रम को कोई राजनीतिक रैली समझकर आये हो, हम यहां कुछ एक तरफा राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बोलेंगे और सोते हुए या उंघते हुए उसे सुनोगे। ऐसा नहीं चलेगा। क्या आपने पहले कभी ऐसा मंच देखा, जिसमें श्रम विभाग के शासन सचिव और आरएसएलडीसी के एमडी डॉ. समित शर्मा एक साथ बैठे हो और आगे अच्छा मंथन होने वाला है। उन्होंने कहा कि आप को पहले खुद जागना होगा और एनर्जी लानी होगी, तभी को आप कुछ जान सकोगे।
इस कार्यक्रम के दौरान शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि राज्य के सरकारी क्षेत्र के आईटीआई की स्थिति संसाधनों के मामले में दूसरे राज्यों के कमजोर है। फैकल्टी की कमी है, लेकिन विभाग की कोशिश है कि स्किल को एजुकेशन से जोड़ा जाए ।
उन्होंने कहा कि अभी तो आईटीआई को शामिल किया जा रहा है, इसके बाद उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी स्किल एजुकेशन को लेकर बातचीत की जायेगी। साथ ही विभिन्न आईटीआई को उद्यमों के साथ सीधा जोड़ा जा रहा है, जिससे संबंधित उद्यम को उसके ट्रेड के छात्र आसानी से ट्रेनिंग के बाद मौके पर ही मिल सके।
बहरहाल इस कार्यक्रम में राजस्थान से लगभग 300 प्राचार्यों ने भागीदारी निभाई। समिट का एजेंडा उन तमाम चुनौतियों का जायजा लेना था, जिनका सामना स्कूल या संस्था के प्रधानाचार्यों को करना पड़ता है। साथ ही, समस्याओं के संभावित समाधान तलाशने पर जोर रखा गया।
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