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निर्धारित लक्ष्यों को 31 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश
जयपुर। प्रदेश के उद्योग आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने कहा है कि विभागीय अधिकारियोें व कार्मिकों से उद्योग विभाग से जुड़ी केन्द्र व राज्य की योजनाओं, कार्यक्रमों और गतिविधियों की तारीख जानकारी की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि सही व पूरी जानकारी होने पर ही योजनाओं या कार्यक्रमों का सही तरीके से क्रियान्वयन किया जा सकता है।
आयुक्त डॉ. शर्मा मंगलवार को उद्योग विभाग में जिला उद्योग केन्द्रों के महाप्रबंधकों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलों में स्थापित एमएसएमई फेसिलिटेषन सेंटर आवष्यक जानकारियों के साथ सुविधायुक्त होना चाहिए ताकि आवष्यक सेवाएं या सहयोग स्थानीय स्तर पर प्राप्त हो सके।
डॉ. शर्मा ने पीएमईजीपी और बीआरएसवाई के निर्धारित लक्ष्यों को 31 दिसंबर तक पूरा करने को कहा है वहीं कलस्टर विकास के लिए इसी माह के अंत तक रुपरेखा तैयार कर भिजवाने को कहा है। उन्होंने पीएमईजीपी, बीआरएसवाई, रिप्स सहित विभिन्न योजनाओं की बारिकियों की जानकारी विभागीय अधिकारियों से प्राप्त की। उन्होंने कार्यों के निष्पादन में सामूहिक जिम्मेदारी तय करने को कहा और साफ कर दिया कि कार्य के प्रति अकर्मण्यता या अनुषासनहीनता सहन नहीं होगी।
अतिरिक्त निदेशक डीसी गुप्ता, पीके जैन और अविन्द्र लढ्ढा ने भी समीक्षा की। वित्तीय सलाहकार हरि सिंह मीणा ने ऑडिट अनुपालना, हाटों के संबंध में संयुक्त निदेशक एसएस शाह, संयुक्त निदेशक सीएल वर्मा ने योजनाओं की प्रगति, रिप्स के संबंध में संजय मामगेन, रोजगारपरक योजनाओं के संबंध मेें रवीश कुमार, न्यायिक प्रकरणों के संबंध में डीएलआर अशोक गुप्ता, कलस्टर के संबंध में रश्मिकांत नागर, लवण श्रमिकों के संबंध में केके पारीक और विधान सभा के एक भी प्रश्न बकाया नहीं होने की जानकारी रवी गुप्ता ने दी।
आयुक्त डॉ. शर्मा मंगलवार को उद्योग विभाग में जिला उद्योग केन्द्रों के महाप्रबंधकों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलों में स्थापित एमएसएमई फेसिलिटेषन सेंटर आवष्यक जानकारियों के साथ सुविधायुक्त होना चाहिए ताकि आवष्यक सेवाएं या सहयोग स्थानीय स्तर पर प्राप्त हो सके।
डॉ. शर्मा ने पीएमईजीपी और बीआरएसवाई के निर्धारित लक्ष्यों को 31 दिसंबर तक पूरा करने को कहा है वहीं कलस्टर विकास के लिए इसी माह के अंत तक रुपरेखा तैयार कर भिजवाने को कहा है। उन्होंने पीएमईजीपी, बीआरएसवाई, रिप्स सहित विभिन्न योजनाओं की बारिकियों की जानकारी विभागीय अधिकारियों से प्राप्त की। उन्होंने कार्यों के निष्पादन में सामूहिक जिम्मेदारी तय करने को कहा और साफ कर दिया कि कार्य के प्रति अकर्मण्यता या अनुषासनहीनता सहन नहीं होगी।
अतिरिक्त निदेशक डीसी गुप्ता, पीके जैन और अविन्द्र लढ्ढा ने भी समीक्षा की। वित्तीय सलाहकार हरि सिंह मीणा ने ऑडिट अनुपालना, हाटों के संबंध में संयुक्त निदेशक एसएस शाह, संयुक्त निदेशक सीएल वर्मा ने योजनाओं की प्रगति, रिप्स के संबंध में संजय मामगेन, रोजगारपरक योजनाओं के संबंध मेें रवीश कुमार, न्यायिक प्रकरणों के संबंध में डीएलआर अशोक गुप्ता, कलस्टर के संबंध में रश्मिकांत नागर, लवण श्रमिकों के संबंध में केके पारीक और विधान सभा के एक भी प्रश्न बकाया नहीं होने की जानकारी रवी गुप्ता ने दी।
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