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आईपीडीएस परियोजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश
जयपुर। प्रदेश के उद्योग आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने जसोल और बालोतरा के एकीकृत इंटीग्रेटेड प्रोसेसिंग विकास योजना (आईपीडीएस) की क्रियान्विति में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
आयुक्त डॉ. शर्मा शुक्रवार को बालोतरा और जसोल आईपीडीएस परियोजना की प्रगति समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि केन्द्र, राज्य सरकार व संबंधित क्षेत्र की इकाइयों के संघों के सहयोग से संचालित इस परियोजना में इकाइयों के प्रदूषित पानी का परिषोधन कर पुनचक्रीकरण, आरओ लगाने, प्रदूषित पानी को निष्पादन के लिए समग्र प्रयास किए जा सकेगा।
डॉ. समित शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार के टैक्स्टाईल मंत्रालय द्वारा परियोजना लागत के 50 प्रतिशत वित्तीय सहयोग, राज्य सरकार व संबंधित क्षेत्र के संघों (एसपीवी) की 25-25 प्रतिषत भागीदारी से दूषित पानी के प्रदूषणरहित करने के लिए परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि परियोजना का क्रियान्वयन संबंधित औद्योगिक क्षेत्र के संघों (एसपीवी) द्वारा किया जाता है। उन्होंने समयवद्ध कैलेण्डर बनाकर क्रियान्विति के निर्देश दिए हैं।
अतिरिक्त निदेशक उद्योग अविन्द्र लढ़ढा ने बताया कि परियोजना के क्रियान्वयन से क्षेत्र के लोगों को प्रदुषित पानी से मुक्ति मिल सकेगी वहीं पानी का पुनःचक्रिकरण हो सकेगा।
बैठक में सहायक निदेषक राजीव गर्ग, आईएलएफएस के डिजॉन जिनाइन जॉन, भरत मेहता, राजेन्द्र छाजेड़ और तिलक राज अरोड़ा ने हिस्सा लिया।
आयुक्त डॉ. शर्मा शुक्रवार को बालोतरा और जसोल आईपीडीएस परियोजना की प्रगति समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि केन्द्र, राज्य सरकार व संबंधित क्षेत्र की इकाइयों के संघों के सहयोग से संचालित इस परियोजना में इकाइयों के प्रदूषित पानी का परिषोधन कर पुनचक्रीकरण, आरओ लगाने, प्रदूषित पानी को निष्पादन के लिए समग्र प्रयास किए जा सकेगा।
डॉ. समित शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार के टैक्स्टाईल मंत्रालय द्वारा परियोजना लागत के 50 प्रतिशत वित्तीय सहयोग, राज्य सरकार व संबंधित क्षेत्र के संघों (एसपीवी) की 25-25 प्रतिषत भागीदारी से दूषित पानी के प्रदूषणरहित करने के लिए परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि परियोजना का क्रियान्वयन संबंधित औद्योगिक क्षेत्र के संघों (एसपीवी) द्वारा किया जाता है। उन्होंने समयवद्ध कैलेण्डर बनाकर क्रियान्विति के निर्देश दिए हैं।
अतिरिक्त निदेशक उद्योग अविन्द्र लढ़ढा ने बताया कि परियोजना के क्रियान्वयन से क्षेत्र के लोगों को प्रदुषित पानी से मुक्ति मिल सकेगी वहीं पानी का पुनःचक्रिकरण हो सकेगा।
बैठक में सहायक निदेषक राजीव गर्ग, आईएलएफएस के डिजॉन जिनाइन जॉन, भरत मेहता, राजेन्द्र छाजेड़ और तिलक राज अरोड़ा ने हिस्सा लिया।
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