Advertisement
नेपाल के बर्तन उद्योग से भारत के व्यापारियों की बढ़ी परेशानी
भारत- नेपाल दोनों देश के मैत्री संबंध से देश
को भले ही रणनीतिक रूप से फायदा हुआ हो लेकिन इस मैत्री ने उत्तर प्रदेश के
मिर्जापुर के पीतल उद्योग पर संकट जरूर खड़ा कर दिया है। यहां का पीतल कारोबार का धंधा
चौपट हो रहा है। इसका कारण है नेपाल में निर्मित पीतल के बर्तन भारत में सस्ता
बिकना। भारत सरकार के नेपाल में निर्मित सामानों के टैक्स फ्री नीति ने यहां के
कारोबारियों के लिए मुसीबत खड़ा कर दिया है। सरकार के इस नीति से न सिर्फ पीतल नगरी
मिर्जापुर का पीतल बर्तन कारोबार चौपट हो रहा है बल्कि यहां के कारोबारी भी आर्थिक
संकट से उबर नहीं पा रहे है।
नगर के
कसरहट्टी के रहने वाले पीतल बर्तन कारोबारी कौशल किशोर सिंह उर्फ लल्लूराम का कहना
है कि यहां के व्यापारी कच्चा माल कोलकाता या महाराष्ट्र से मंगाते है। कच्चे माल
से बर्तन तैयार करके उसको बेचने के लिए यहां के व्यापारियों को कई प्रकार के टैक्स
अदायगी करनी पड़ती है। बाहर से कच्चा माल मंगाने में उन्हें कस्टम ड्यूटी, एक्साइज
ड्यूटी, महाराष्ट्र वैट, यूपी वैट, सेन्ट्रल
एक्साइज ड्यूटी सहित अन्य टैक्स देना पड़ता है। यही नहीं इसके बाद रोलिंग मिल
चलवाने के लिए जिले के अधिकारी एवं नेताओं को टैक्स देना पड़ता है। इसके बाद पीतल
का बर्तन तैयार होता है। इसके लिए सरकार से किसी प्रकार की सब्सिडी नहीं मिलती है।
साली के प्यार के लिए पत्नी की कर दी हत्या...जानें फिर क्या हुआ ?
साली के प्यार के लिए पत्नी की कर दी हत्या...जानें फिर क्या हुआ ?
Advertisement
Advertisement
सोनभद्र
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement