Advertisement
कांग्रेस की राजनीति के चलते भारत का आतंकवाद के खिलाफ पक्ष कमजोर हुआ
जयपुर । केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दलों ने जिस तरह से राजनीति की है, इससे भारत का आतंकवाद के खिलाफ मजबूत पक्ष कमजोर हुआ है।
यहां एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दलों ने एयर स्ट्राइक पर भी सवाल खड़े किए। इससे यह साफ है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के पास मुद्दों का अभाव है, और अब लोकसभा चुनाव के दो चरण संपन्न होने के बाद उनके नेताओं को ईवीएम में गड़बड़ी नजर आने लगी है। लेकिन यह तय है कि लोकसभा चुनाव एनडीए ही जीत रहा है, हो सकता है कि तीन चौथाई बहुमत के साथ केंद्र में मोदी के नेतृत्व में सरकार बने।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने तो आतंकवाद को भी नई थ्योरी भी जड़ दी, हिन्दू आतंकवाद, भगवा आतंकी, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि आतंकवाद, आतंकवाद होता है, उसका कोई धर्म या जाति नहीं होती है।सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि राष्ट्रद्रोह का कानून खत्म किया जाएगा, लेकिन एडीएन की सरकार राष्ट्रद्रोह के कानून को और सख्त बनायेगी, लेकिन यह भी तय करेगी कि कानून का दुरूपयोग नहीं हो। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की समीक्षा करने का वक्त आ गया है।
यहां एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दलों ने एयर स्ट्राइक पर भी सवाल खड़े किए। इससे यह साफ है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के पास मुद्दों का अभाव है, और अब लोकसभा चुनाव के दो चरण संपन्न होने के बाद उनके नेताओं को ईवीएम में गड़बड़ी नजर आने लगी है। लेकिन यह तय है कि लोकसभा चुनाव एनडीए ही जीत रहा है, हो सकता है कि तीन चौथाई बहुमत के साथ केंद्र में मोदी के नेतृत्व में सरकार बने।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने तो आतंकवाद को भी नई थ्योरी भी जड़ दी, हिन्दू आतंकवाद, भगवा आतंकी, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि आतंकवाद, आतंकवाद होता है, उसका कोई धर्म या जाति नहीं होती है।सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि राष्ट्रद्रोह का कानून खत्म किया जाएगा, लेकिन एडीएन की सरकार राष्ट्रद्रोह के कानून को और सख्त बनायेगी, लेकिन यह भी तय करेगी कि कानून का दुरूपयोग नहीं हो। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की समीक्षा करने का वक्त आ गया है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
जयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement