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इमरान ने वार्ता रद्द होने से खोया आपा, कहा-छोटे लोगों के पास नहीं बड़ा नजरिया
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता रद्द होने पर शनिवार को निराशा जाहिर की और भारत की प्रतिक्रिया को हठी नकारात्मक करार दिया। इस्लामाबाद पर आतंकवाद का महिमामंडन करने का दोषारोपण करते हुए नई दिल्ली द्वारा दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की वार्ता रद्द कर दी गई।
इमरान ने ट्वीट किया, "शांति वार्ता बहाली के लिए मेरी अपील पर भारत की हठी व नकारात्मक प्रतिक्रिया से निराशा हुई।" उन्होंने बिना नाम लिए भारत सरकार के नेतृत्व को ‘छोटे लोग’ करार दिया है। उन्होंने कहा, "हालांकि मैंने अपनी पूरी जिंदगी में यह पाया है कि बड़े पदों को धारण करने वाले छोटे लोगों में व्यापक परिदृश्य को देखने की दूरदर्शिता नहीं होती है।"
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के मौके पर अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता होने वाली थी। भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा कि इसने दो अत्यंत निराशाजनक घटनाक्रमों के बाद पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द कर दी है। इन घटनाक्रमों से इस्लामाबाद के बुरे एजेंडे की पोल खुल गई है।
पहली घटना में जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई, जो प्रदेश में आतंकी गतिविधियों में बढ़ावा का द्योतक है। भारत इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ बताता है। वहीं, भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा जुलाई 2016 में मार गिराए गए हिजबुल मुजाहिदीन नेता बुरहान वानी की याद में इस्लामाबाद ने डाक टिकट जारी किया है।
कुरैशी ने वार्ता रद्द होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नई दिल्ली ने आंतरिक दबाव में यह फैसला किया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "सार्वजनिक तौर पर पुष्टि के 24 घंटे के भीतर भारत की ओर से विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द करने के फैसले के लिए बताए गए कारण बिल्कुल अविश्वसनीय हैं।"
इमरान ने ट्वीट किया, "शांति वार्ता बहाली के लिए मेरी अपील पर भारत की हठी व नकारात्मक प्रतिक्रिया से निराशा हुई।" उन्होंने बिना नाम लिए भारत सरकार के नेतृत्व को ‘छोटे लोग’ करार दिया है। उन्होंने कहा, "हालांकि मैंने अपनी पूरी जिंदगी में यह पाया है कि बड़े पदों को धारण करने वाले छोटे लोगों में व्यापक परिदृश्य को देखने की दूरदर्शिता नहीं होती है।"
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के मौके पर अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता होने वाली थी। भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा कि इसने दो अत्यंत निराशाजनक घटनाक्रमों के बाद पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द कर दी है। इन घटनाक्रमों से इस्लामाबाद के बुरे एजेंडे की पोल खुल गई है।
पहली घटना में जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई, जो प्रदेश में आतंकी गतिविधियों में बढ़ावा का द्योतक है। भारत इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ बताता है। वहीं, भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा जुलाई 2016 में मार गिराए गए हिजबुल मुजाहिदीन नेता बुरहान वानी की याद में इस्लामाबाद ने डाक टिकट जारी किया है।
कुरैशी ने वार्ता रद्द होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नई दिल्ली ने आंतरिक दबाव में यह फैसला किया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "सार्वजनिक तौर पर पुष्टि के 24 घंटे के भीतर भारत की ओर से विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द करने के फैसले के लिए बताए गए कारण बिल्कुल अविश्वसनीय हैं।"
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