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सरकार की योजनाओं के कारण हिमाचल प्रगति के पथ पर अग्रसर : वीरभद्र सिंह
धर्मशाला (सीमा अग्रवाल)। ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के बरमाड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनके कांगड़ा शीतकालीन प्रवास के पीछे ये उद्देश्य है कि इन क्षेत्रों में विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं का ठीक ढंग से कार्यान्वयन किया जा सके और यह सुनिश्चित बनाया जा सके कि विकास के लाभ जन-जन तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें लोगों से मिलने तथा उनकी समस्याएं जानने का मौका मिलता है तथा वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा सही ढंग से योजनाएं और नीतियां बनाने के कारण आज हिमाचल प्रदेश प्रगति पथ पर अग्रसर है तथा पर्वतीय राज्यों में आदर्श प्रदेश बन कर उभरा है। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि राज्य को बड़े राज्यों में शिक्षा और समावेशी विकास में इसे सर्वश्रेष्ठ राज्य आंका गया है।
उन्होंने कहा कि गांवों और पिछड़े क्षेत्रों का विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह संतोष का विषय है कि आज ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर है। उन्होंने कहा कि बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन, फूल उत्पादन की बदली हुई तकनीक अपनाने के कारण ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में मदद मिली है। उन्होंने ज्वाली विधानसभा में पूर्व मंत्री एवं वहां से अनेकों बार रहे चन्द्र कुमार की अपने विधानसभा क्षेत्र में करवाए हुए विकासात्मक कार्यों के लिए प्रशंसा की तथा मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती को सुझाव दिया कि वे भी अपने पिता की तरह निष्ठा व समर्पण की भावना से क्षेत्र व क्षेत्रवासियों की सेवा करें। मुख्यमंत्री ने ज्वाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 30 बिस्तरों वाले अस्पताल को 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत किया।
मुख्यमंत्री ने 1.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवन हड़सर, 55.16 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन एवं आवासीय भवन तथा बरियाल स्थित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धरोका में 52 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त खण्ड का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के सुकनड्डा गांव में 2.65 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नगरोटा सूरियां उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना का भी लोकार्पण किया, जिससे वर्ष 2030 तक क्षेत्र की 15 हजार जनसंख्या लाभान्वित होंगी। मुख्यमंत्री ने 33 मील के समीप बराला खड्ड पर 80 लाख रुपये की लागत से निर्मित पैदल चलने वाले पुल का भी लोकार्पण किया, जिससे कलरी गांव को बाहली गांव से जोड़ा गया है।
उन्होंने 58.29 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटला के भवन तथा 1.20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पलोडा के भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बरमाड़ में 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 15 टयूबवैलों की भी आधारशिला रखी। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय विधायक की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती ने आज उनके विधानसभा क्षेत्र में लगभग 8 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं को क्षेत्रवासियों को समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। क्षेत्र में हुए विकास को श्रेय मुख्यमंत्री को देते हुए भारती ने कहा कि वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मझुई नदी के तटीकरण तथा मैदान के सुधार का भी आग्रह किया। उन्होंने ज्वाली में किसान भवन का निर्माण करने तथा नर्सिंग कॉलेज खोलने एवं कालदून में पशु औषधालय तथा बास्सा में आयुर्वेदिक औषधालय खोलने का भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया। इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष चन्द्र कुमार, जिला कांगड़ा कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, खण्ड कांग्रेस समिति ज्वाली के अध्यक्ष रणसिंह ठाकुर, ज्वाली नगर पंचायत की अध्यक्ष पुष्पा चौधरी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि गांवों और पिछड़े क्षेत्रों का विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह संतोष का विषय है कि आज ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर है। उन्होंने कहा कि बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन, फूल उत्पादन की बदली हुई तकनीक अपनाने के कारण ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में मदद मिली है। उन्होंने ज्वाली विधानसभा में पूर्व मंत्री एवं वहां से अनेकों बार रहे चन्द्र कुमार की अपने विधानसभा क्षेत्र में करवाए हुए विकासात्मक कार्यों के लिए प्रशंसा की तथा मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती को सुझाव दिया कि वे भी अपने पिता की तरह निष्ठा व समर्पण की भावना से क्षेत्र व क्षेत्रवासियों की सेवा करें। मुख्यमंत्री ने ज्वाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 30 बिस्तरों वाले अस्पताल को 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत किया।
मुख्यमंत्री ने 1.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवन हड़सर, 55.16 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन एवं आवासीय भवन तथा बरियाल स्थित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धरोका में 52 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त खण्ड का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के सुकनड्डा गांव में 2.65 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नगरोटा सूरियां उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना का भी लोकार्पण किया, जिससे वर्ष 2030 तक क्षेत्र की 15 हजार जनसंख्या लाभान्वित होंगी। मुख्यमंत्री ने 33 मील के समीप बराला खड्ड पर 80 लाख रुपये की लागत से निर्मित पैदल चलने वाले पुल का भी लोकार्पण किया, जिससे कलरी गांव को बाहली गांव से जोड़ा गया है।
उन्होंने 58.29 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटला के भवन तथा 1.20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पलोडा के भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बरमाड़ में 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 15 टयूबवैलों की भी आधारशिला रखी। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय विधायक की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती ने आज उनके विधानसभा क्षेत्र में लगभग 8 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं को क्षेत्रवासियों को समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। क्षेत्र में हुए विकास को श्रेय मुख्यमंत्री को देते हुए भारती ने कहा कि वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मझुई नदी के तटीकरण तथा मैदान के सुधार का भी आग्रह किया। उन्होंने ज्वाली में किसान भवन का निर्माण करने तथा नर्सिंग कॉलेज खोलने एवं कालदून में पशु औषधालय तथा बास्सा में आयुर्वेदिक औषधालय खोलने का भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया। इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष चन्द्र कुमार, जिला कांगड़ा कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, खण्ड कांग्रेस समिति ज्वाली के अध्यक्ष रणसिंह ठाकुर, ज्वाली नगर पंचायत की अध्यक्ष पुष्पा चौधरी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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