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हिमाचल में भाजपा सांसदों के नाम पर 6000 कूड़ेदान लगाए गए
शिमला। हिमाचल प्रदेश में शहरी और ग्रामीण सडक़ों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के नामों को दर्शाते 6,000 कूड़ेदान लगाए गए हैं। 13,000 और कूड़ेदान लगाए जाने की प्रक्रिया में हैं।
कांग्रेस नेताओं ने आईएएनएस को बताया कि कूड़ेदानों पर प्रमुख रूप से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, शांता कुमार, राम स्वरूप शर्मा और वीरेंद्र कश्यप के नाम लिखे हुए हैं।
2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की थी। वर्तमान में राज्य में भाजपा का शासन है।
गीले और सूखे कचरे के भंडारण के लिए जोड़े में लगाए गए इन कूड़ेदानों पर स्वच्छ भारत भी लिखा हुआ है। इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के भाग के रूप में 2.66 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।
इसी तरह, अन्य 13,000 कूड़ेदान एक अन्य केंद्रीय सरकारी उद्यम एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा लगाए जाएंगे जिन पर 2.59 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा द्वारा सोमवार को विधानसभा में एक लिखित जवाब में ये तथ्य सामने आए।
उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल और एनएचपीसी सीएसआर गतिविधियों के तहत प्लास्टिक के कूड़ेदान लगा रहे हैं।
एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि 6,000 कूड़ेदानों पर सांसदों के नाम लिखे गए हैं।
एनएचपीसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मंत्री ने कहा कि शिमला और कांगड़ा के संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों में 13,000 कूड़ेदानों की आपूर्ति, स्थापना और रखरखाव की परियोजना प्रक्रिया में है।
(आईएएनएस)
कांग्रेस नेताओं ने आईएएनएस को बताया कि कूड़ेदानों पर प्रमुख रूप से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, शांता कुमार, राम स्वरूप शर्मा और वीरेंद्र कश्यप के नाम लिखे हुए हैं।
2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की थी। वर्तमान में राज्य में भाजपा का शासन है।
गीले और सूखे कचरे के भंडारण के लिए जोड़े में लगाए गए इन कूड़ेदानों पर स्वच्छ भारत भी लिखा हुआ है। इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के भाग के रूप में 2.66 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।
इसी तरह, अन्य 13,000 कूड़ेदान एक अन्य केंद्रीय सरकारी उद्यम एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा लगाए जाएंगे जिन पर 2.59 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा द्वारा सोमवार को विधानसभा में एक लिखित जवाब में ये तथ्य सामने आए।
उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल और एनएचपीसी सीएसआर गतिविधियों के तहत प्लास्टिक के कूड़ेदान लगा रहे हैं।
एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि 6,000 कूड़ेदानों पर सांसदों के नाम लिखे गए हैं।
एनएचपीसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मंत्री ने कहा कि शिमला और कांगड़ा के संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों में 13,000 कूड़ेदानों की आपूर्ति, स्थापना और रखरखाव की परियोजना प्रक्रिया में है।
(आईएएनएस)
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