Himachal Governor given push five Congress MLAs suspended -m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Apr 19, 2024 12:58 am
Location
Advertisement

हिमाचल के राज्यपाल को दिया 'धक्का', कांग्रेस के पांच विधायक सस्पेंड

khaskhabar.com : शनिवार, 27 फ़रवरी 2021 12:03 PM (IST)
हिमाचल के राज्यपाल को दिया 'धक्का', कांग्रेस के पांच विधायक सस्पेंड
शिमला । हिमाचल प्रदेश विधानसभा में हंगामा करने एवं राज्यपाल को कथित रूप से धक्का देने के कारण विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री समेत कांग्रेस के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है। शुक्रवार को जब अपने संबोधन के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय बाहर आ रहे थे तो कांग्रेसी सदस्यों ने कथित रूप से उन्हें धक्का दिया। स्पीकर विपिन परमार ने सदन को सूचित किया कि कांग्रेस के पांच विधायकों - मुकेश अग्निहोत्री, हर्ष वर्धन चौहान, सुंदर सिंह ठाकुर, सतपाल रायजादा और विनय कुमार को 20 मार्च तक पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।

सदन में हंगामा उस वक्त शुरू हुआ जब सत्र के पहले दिन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय अपना संबोधन दे रहे थे और अग्निहोत्री अपनी सीट से उठ खड़े हुए और कहने लगे कि राज्यपाल के संबोधन में मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों का कोई उल्लेख नहीं है।

विपक्षी विधायकों ने संबोधन को बाधित करने की कोशिश की। राज्यपाल ने अचानक अपना भाषण समाप्त कर दिया और कहा कि इसे (संबोधन को आधिकारिक रूप से) दर्ज किया जाए। उसके बाद अध्यक्ष ने सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।

जब राज्यपाल विधानसभा परिसर छोड़ने वाले थे, तो कांग्रेस विधायकों ने उनके मार्ग को अवरुद्ध करने का प्रयास किया। भाजपा के मंत्रियों और विधायकों ने हस्तक्षेप किया और कथित रूप से विपक्षी सदस्यों को एक तरफ धकेल दिया।

बाद में अग्निहोत्री ने मीडिया को बताया कि ऐसा पहली बार हुआ जब राज्यपाल अपने 65 पृष्ठों वाले संबोधन के केवल दो पन्ने पढ़ने के बाद 'भाग गए'। उन्होंने कहा कि संबोधन में कोविड से संबंधित भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि और अन्य आम मुद्दों का उल्लेख नहीं है।

अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक वास्तव में भाजपा के विधायकों और मंत्रियों से छेड़छाड़ कर रहे थे, जब उन्होंने राज्यपाल से बात करने की कोशिश की। हमने राज्यपाल, मुख्यमंत्री या किसी भी मंत्री को नहीं छुआ।

स्पीकर ने कांग्रेस सदस्यों के व्यवहार की निंदा की और कहा कि उन्होंने राज्यपाल के मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, राज्यपाल के अभिभाषण की प्रतिलिपि को उन पर फेंक दिया और धक्का-मुक्की की।

उन्होंने कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 346 के तहत स्थगन के बाद सदन को वापस बुलाना पड़ा, जो सबसे शर्मनाक था और अतीत में ऐसा कभी नहीं हुआ था।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जब वह अपने वाहन की ओर जा रहे थे, तब राज्यपाल ने उन्हें रोक दिया था। उन्होंने पूरे विपक्ष की अनुपस्थिति में पांच कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया।

--आईएएनएस

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar.com Facebook Page:
Advertisement
Advertisement