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हिमाचल सरकार ने च्वींईगम की बिक्री और वितरण पर लगाया प्रतिबन्ध, आखिर क्यों. यहां पढ़ें
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने देश तथा प्रदेश में कोरोना महामारी के दृष्टिगत उत्पन्न परिस्थितियों का जायजा लेने के लिए शिमला से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस की।
सीएम जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को दिल्ली की निज़ामुद्दीन तबलीगी जमात में शामिल हिमाचल के व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की यात्रा करने वाले व्यक्तियों को शीघ्र चिन्हित करने पर बल दिया जाना चाहिए, ताकि अन्य लोगों में कोरोना वायरस न फैले। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को होम क्वारटाईन अथवा आईसोलेशन में रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में च्वीइंगम तथा इस प्रकार के अन्य उत्पादों की बिक्री तथा वितरण पर तीन महीनों के लिए पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केस फांईडिंग कैंपेन के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 5.5 लाख व्यक्तियों की स्वास्थ्य सूचना प्राप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक्टिव केस फांईडिंग के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को सर्जिकल मास्क, हैंड सेनेटाईजर तथा ग्लबज़ प्रदान करने के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के दृष्टिगत 4286 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 1754 व्यक्तियों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि आज कोविड-19 के संबंध में 88 व्यक्तियों की जांच की गई है, जिनमें से टांडा मेडिकल काॅलेज से 33 सेंपल तथा आईजीएमसी शिमला में 55 सेंपल एकत्रित किए गए, जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के संबंध में अभी तक 381 व्यक्तियों की जांच की गई है तथा कुल छह मामले पाॅजिटिव पाये गए हैं।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने प्रदेश में प्रभावी रूप से कर्फ्यू लगाने तथा किसी भी प्रकार की ढील न देने की आवश्यकता पर बल दिया।
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि आपदा प्रबन्धन अधिनियम के तहत यात्रा संबंधी जानकारी छुपाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि 29 ने चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।
सीएम जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को दिल्ली की निज़ामुद्दीन तबलीगी जमात में शामिल हिमाचल के व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की यात्रा करने वाले व्यक्तियों को शीघ्र चिन्हित करने पर बल दिया जाना चाहिए, ताकि अन्य लोगों में कोरोना वायरस न फैले। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को होम क्वारटाईन अथवा आईसोलेशन में रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में च्वीइंगम तथा इस प्रकार के अन्य उत्पादों की बिक्री तथा वितरण पर तीन महीनों के लिए पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केस फांईडिंग कैंपेन के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 5.5 लाख व्यक्तियों की स्वास्थ्य सूचना प्राप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक्टिव केस फांईडिंग के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को सर्जिकल मास्क, हैंड सेनेटाईजर तथा ग्लबज़ प्रदान करने के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के दृष्टिगत 4286 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 1754 व्यक्तियों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि आज कोविड-19 के संबंध में 88 व्यक्तियों की जांच की गई है, जिनमें से टांडा मेडिकल काॅलेज से 33 सेंपल तथा आईजीएमसी शिमला में 55 सेंपल एकत्रित किए गए, जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के संबंध में अभी तक 381 व्यक्तियों की जांच की गई है तथा कुल छह मामले पाॅजिटिव पाये गए हैं।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने प्रदेश में प्रभावी रूप से कर्फ्यू लगाने तथा किसी भी प्रकार की ढील न देने की आवश्यकता पर बल दिया।
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि आपदा प्रबन्धन अधिनियम के तहत यात्रा संबंधी जानकारी छुपाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि 29 ने चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।
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