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गरीब और शोषित को राहत देना सरकार का पहला उद्देश्य: सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा एक ऐसी योजना है जो
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार और जीवन का आधार देती है। हमारी
कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण इस योजना के तहत लाभान्वित हो और
उन्हें अधिकतम मजदूरी का भुगतान हों। पंचायतीराज और ग्रामीण विकास की अन्य
योजनाओं से भी आमजन को लाभान्वित किया जाएगा। गांवों में विशेष अभियान के
जरिए लोगों को राहत प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वृद्धास्था एवं अन्य पेंशन योजनाएं गांवों में गरीब लोगों की जरूरत और सम्मान से जुड़ी योजनाएं है ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनका लाभ मिलेगा। इसी तरह खाद्य सुरक्षा अधिनियम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। डॉ.शर्मा ने कहा कि प्रत्येक गांव, ढाणी और शहरी क्षेत्रों तक पेयजल उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्य प्राथमिकता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि जनवरी से जून तक पेयजल संकट से निपटने के लिए अलर्ट रहकर काम करें। हम आगामी 20 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए। योजनाएं तैयार करेंगे। मार्च से जून तक पेयजल संकट से ग्रस्त इलाकों में टेंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति की जाएगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में स्वाइन फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए वॉर अलर्ट होकर काम कर रही है। हमने प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर भी टेमीफ्लू उपलब्ध कराई है। इसी तरह अन्य बीमारियों की भी रोकथाम के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ इंतजाम किए गए है। हम प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को समृद्ध करने के लिए संकल्पबद्ध है। बड़े अस्पतालों पर से सामान्य बीमारियों के मरीजों का दबाव कम करने के लिए जिला व उपखण्ड स्तरों के अस्पतालों का भी सशक्तिकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वृद्धास्था एवं अन्य पेंशन योजनाएं गांवों में गरीब लोगों की जरूरत और सम्मान से जुड़ी योजनाएं है ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनका लाभ मिलेगा। इसी तरह खाद्य सुरक्षा अधिनियम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। डॉ.शर्मा ने कहा कि प्रत्येक गांव, ढाणी और शहरी क्षेत्रों तक पेयजल उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्य प्राथमिकता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि जनवरी से जून तक पेयजल संकट से निपटने के लिए अलर्ट रहकर काम करें। हम आगामी 20 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए। योजनाएं तैयार करेंगे। मार्च से जून तक पेयजल संकट से ग्रस्त इलाकों में टेंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति की जाएगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में स्वाइन फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए वॉर अलर्ट होकर काम कर रही है। हमने प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर भी टेमीफ्लू उपलब्ध कराई है। इसी तरह अन्य बीमारियों की भी रोकथाम के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ इंतजाम किए गए है। हम प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को समृद्ध करने के लिए संकल्पबद्ध है। बड़े अस्पतालों पर से सामान्य बीमारियों के मरीजों का दबाव कम करने के लिए जिला व उपखण्ड स्तरों के अस्पतालों का भी सशक्तिकरण किया जाएगा।
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