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नारी गरिमा अभियान से निकले अच्छे परिणाम: उपायुक्त
कुल्लू। महिला एवं बाल विकास विभाग ने सोमवार को बचत भवन में नारी गरिमा जागरुकता शिविर आयोजित किया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त यूनुस ने की। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों, आंगनबाड़ी कर्मचारियों और विभिन्न महिला संगठनों की कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण, उनके स्वस्थ व स्वच्छ जीवन, स्वाभिमान व उत्थान के लिए कुल्लू जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से नव वर्ष के उपलक्ष्य पर पहली जनवरी को नारी गरिमा अभियान शुरू किया था। इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं के मासिक धर्म से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने और व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष बल दिया जा रहा है। अभी तक इस अभियान के जिला में काफी अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
उपायुक्त ने बताया कि महिलाओं के मासिक धर्म को लेकर समाज के एक बहुत बड़े वर्ग में अभी भी कई भ्रांतियां व कुरीतियां फैली हुई हैं। कुल्लू जिला में भी प्रथम सर्वेक्षण के दौरान करीब 82 ग्राम पंचायतों में यह पाया गया है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को कुछ बंदिशें लगाई जाती हैं तथा इन पंचायतों के लोगों में कई तरह की भ्रांतियां भी पाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि नारी गरिमा अभियान के तहत उक्त ग्राम पंचायतों में जागरुकता शिविर लगाए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, हैल्थ वर्करों और विभिन्न महिला संगठनों की पदाधिकारियों के माध्यम से महिलाओं को मासिक धर्म की व्यापक जानकारी दी जा रही है तथा इस दौरान स्वास्थ्य की देखभाल व व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि इस अभियान की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में महिलाओं के बीच व्यापक सर्वे करें तथा मासिक धर्म के प्रति महिलाओं को जागरुक करने के लिए आशा वर्करों, हैल्थ वर्करों और विभिन्न सामाजिक संगठनों व संस्थाओं की कार्यकर्ताओं की मदद भी लें।
उपायुक्त ने कहा कि अभियान के शुभारंभ के छह महीने बाद आंगनबाड़ी कर्मचारी और आशा वर्कर अपने-अपने क्षेत्रों की सर्वे रिपोर्ट पेश करेंगी। इन सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अभियान की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म के संबंध में महिलाओं के मार्गदर्शन के लिए हैल्पलाइन नंबर 01902222105 भी आरंभ किया गया है। किसी भी तरह की शंका को दूर करने के लिए महिलाएं इस नंबर पर सीधे संपर्क कर सकती हैं। इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि जिला में आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित सभी समस्याओं के निवारण के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र सिंह आर्य ने उपायुक्त और शिविर के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा नारी गरिमा अभियान के तहत आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण, उनके स्वस्थ व स्वच्छ जीवन, स्वाभिमान व उत्थान के लिए कुल्लू जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से नव वर्ष के उपलक्ष्य पर पहली जनवरी को नारी गरिमा अभियान शुरू किया था। इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं के मासिक धर्म से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने और व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष बल दिया जा रहा है। अभी तक इस अभियान के जिला में काफी अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
उपायुक्त ने बताया कि महिलाओं के मासिक धर्म को लेकर समाज के एक बहुत बड़े वर्ग में अभी भी कई भ्रांतियां व कुरीतियां फैली हुई हैं। कुल्लू जिला में भी प्रथम सर्वेक्षण के दौरान करीब 82 ग्राम पंचायतों में यह पाया गया है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को कुछ बंदिशें लगाई जाती हैं तथा इन पंचायतों के लोगों में कई तरह की भ्रांतियां भी पाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि नारी गरिमा अभियान के तहत उक्त ग्राम पंचायतों में जागरुकता शिविर लगाए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, हैल्थ वर्करों और विभिन्न महिला संगठनों की पदाधिकारियों के माध्यम से महिलाओं को मासिक धर्म की व्यापक जानकारी दी जा रही है तथा इस दौरान स्वास्थ्य की देखभाल व व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि इस अभियान की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में महिलाओं के बीच व्यापक सर्वे करें तथा मासिक धर्म के प्रति महिलाओं को जागरुक करने के लिए आशा वर्करों, हैल्थ वर्करों और विभिन्न सामाजिक संगठनों व संस्थाओं की कार्यकर्ताओं की मदद भी लें।
उपायुक्त ने कहा कि अभियान के शुभारंभ के छह महीने बाद आंगनबाड़ी कर्मचारी और आशा वर्कर अपने-अपने क्षेत्रों की सर्वे रिपोर्ट पेश करेंगी। इन सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अभियान की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म के संबंध में महिलाओं के मार्गदर्शन के लिए हैल्पलाइन नंबर 01902222105 भी आरंभ किया गया है। किसी भी तरह की शंका को दूर करने के लिए महिलाएं इस नंबर पर सीधे संपर्क कर सकती हैं। इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि जिला में आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित सभी समस्याओं के निवारण के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र सिंह आर्य ने उपायुक्त और शिविर के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा नारी गरिमा अभियान के तहत आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।
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