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भ्रूण लिंग परीक्षण में लिप्त जीएनएम को किया गिरफ्तार, 20 हजार रूपए बरामद
जोधपुर। पुलिस थाना पीसीपीएनडीटी, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन जयपुर ,जोधपुर, कोटा व पाली पीसीपीएनडीटी की संयुक्त टीम ने सोमवार देर रात को जोधपुर में डिकॉय कार्रवाई करते हुए फिटल डोपलर से फर्जी तरीके से भ्रूण लिंग जांच मामले में लिप्त नरेश भार्गव (25) पुत्र रामलाल निवासी सुरसागर जोधपुर को गिरफ्तार किया है। साथ ही डिकाय राशि के हू-ब-हू नम्बरी नोट भी बरामद कर लिये हैं। विभाग की अब तक यह 146वीं व 2019 की पांचवी कार्यवाही है।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिल रही थी कि जोधपुर जिले के नजदीक भ्रूण लिंग की जांच करवाने का कार्य किया जा रहा है। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी शालिनी सक्सैना के निर्देशन में टीम गठित करके मामले की पुष्टि की गई। सूचना के सही पाए जाने पर डिकॉय टीम का गठन किया गया व सोनोग्राफी करने वाले जीएनएम नरेश भार्गव से सम्पर्क साधा गया। नरेश भार्गव ने जांच करने के एवज में 20,000 रुपए की मांग की और 15 अप्रेल को रात 8 बजे नेशनल हेन्डलूम प्रताप नगर जोधपुर बुलाया। तय समय के अनुसार नरेश भार्गव अपनी स्कूटी मेस्ट्रो नं. आरजे-19-एल एस -3677 से पहुंचा । गर्भवती महिला और सहयोगी से बात की और वहीं पर 20,000 रुपए लिये।। गर्भवती को धूल भरी आन्धी के बीच गलियो में एक तक घण्टे घुमाते हुए नरेश काली बेरी सुरसागर रोड पर अपने जूही क्लिनिक पर लेकर गया, जहां पर उसने महिला की फिटल डोप्लोर से लेपटॉप जोड़कर झांसे से सोनोग्राफी मशीन बता कर गर्भवती महिला की सोनोग्राफी का दिखावा कर महिला को गर्भ मे लड्की बताई । जैसे ही आरोपी ने गर्भवती महिला को लड़की बताई उसी समय टीम द्वारा क्लीनिक पर छापा मारकर नरेश को पकड़ा गया तथा उसके पास से ₹20,000 के नंबरी नोट बरामद किए गये। जब क्लीनिक की तलाशी ली तो वहां पर एक चालू हालत में लैपटॉप तथा गर्भ में शिशु की धड़कन जांचने वाला पीटल डॉपलर बरामद हुए यथा सोनोग्राफी करने के काम में आने वाली जैल की शीशी भी बरामद हुई। आरोपी नरेश भार्गव को गिरफ्तार कर लिया गया है। नरेश भार्गव ने पूछताछ में कई लोगों के नाम के खुलासे किए। जोधपुर शहर के निजी अस्पतालों में काम करने वाले कई नर्सिंग कर्मियों के नाम सामने आए जिनमें मुख्य रूप से आरोपी नरेश भार्गव के साथ गिरोह में हनुमान चौधरी, सन्नू सेन, तेजपाल का सक्रिय होना पाया गया। हनुमान चौधरी को पूर्व में कई बार पकड़े गए आरोपी हनुमान जाणी के नाम का फायदा मिलना पाया गया। हनुमान चौधरी को हनुमान ज्याणी के नाम पर आसानी से ग्राहक मिलने लगे। इन लोगों ने कई गर्भवती महिलाओं को झांसा देकर उनसे रुपए ऐठे हैं। उनसे धोखाधड़ी करते हुए सोनोग्राफी से जांच करने का झांसा दिया और लैपटॉप से जांच करने का दिखावा किया तथा झूठ मूठ में ही गर्भ में लिंग की सूचना दे दी। कई गर्भवती महिलाओं ने इनकी बातों पर विश्वास कर कर के गर्भपात भी करवा लिया।
पूछताछ में जोधपुर शहर के ऐसे कई अवैध केंद्रों एवं स्थानों की जानकारी मिली है। बताया जाता है कि नरेश पहले पकड़े गए डॉ इम्तियाज व हनुमान ज्यानी के सम्बन्ध में छपी खबरों से प्रभावित था और जल्दी रुपये कमाने के लालच में धोखाधड़ी से सोनोग्राफी का नाटक कर लिंग बता रूपये ऐंठेने का गोरखधंधा चला रहा था।
आरोपी नरेश को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिल रही थी कि जोधपुर जिले के नजदीक भ्रूण लिंग की जांच करवाने का कार्य किया जा रहा है। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी शालिनी सक्सैना के निर्देशन में टीम गठित करके मामले की पुष्टि की गई। सूचना के सही पाए जाने पर डिकॉय टीम का गठन किया गया व सोनोग्राफी करने वाले जीएनएम नरेश भार्गव से सम्पर्क साधा गया। नरेश भार्गव ने जांच करने के एवज में 20,000 रुपए की मांग की और 15 अप्रेल को रात 8 बजे नेशनल हेन्डलूम प्रताप नगर जोधपुर बुलाया। तय समय के अनुसार नरेश भार्गव अपनी स्कूटी मेस्ट्रो नं. आरजे-19-एल एस -3677 से पहुंचा । गर्भवती महिला और सहयोगी से बात की और वहीं पर 20,000 रुपए लिये।। गर्भवती को धूल भरी आन्धी के बीच गलियो में एक तक घण्टे घुमाते हुए नरेश काली बेरी सुरसागर रोड पर अपने जूही क्लिनिक पर लेकर गया, जहां पर उसने महिला की फिटल डोप्लोर से लेपटॉप जोड़कर झांसे से सोनोग्राफी मशीन बता कर गर्भवती महिला की सोनोग्राफी का दिखावा कर महिला को गर्भ मे लड्की बताई । जैसे ही आरोपी ने गर्भवती महिला को लड़की बताई उसी समय टीम द्वारा क्लीनिक पर छापा मारकर नरेश को पकड़ा गया तथा उसके पास से ₹20,000 के नंबरी नोट बरामद किए गये। जब क्लीनिक की तलाशी ली तो वहां पर एक चालू हालत में लैपटॉप तथा गर्भ में शिशु की धड़कन जांचने वाला पीटल डॉपलर बरामद हुए यथा सोनोग्राफी करने के काम में आने वाली जैल की शीशी भी बरामद हुई। आरोपी नरेश भार्गव को गिरफ्तार कर लिया गया है। नरेश भार्गव ने पूछताछ में कई लोगों के नाम के खुलासे किए। जोधपुर शहर के निजी अस्पतालों में काम करने वाले कई नर्सिंग कर्मियों के नाम सामने आए जिनमें मुख्य रूप से आरोपी नरेश भार्गव के साथ गिरोह में हनुमान चौधरी, सन्नू सेन, तेजपाल का सक्रिय होना पाया गया। हनुमान चौधरी को पूर्व में कई बार पकड़े गए आरोपी हनुमान जाणी के नाम का फायदा मिलना पाया गया। हनुमान चौधरी को हनुमान ज्याणी के नाम पर आसानी से ग्राहक मिलने लगे। इन लोगों ने कई गर्भवती महिलाओं को झांसा देकर उनसे रुपए ऐठे हैं। उनसे धोखाधड़ी करते हुए सोनोग्राफी से जांच करने का झांसा दिया और लैपटॉप से जांच करने का दिखावा किया तथा झूठ मूठ में ही गर्भ में लिंग की सूचना दे दी। कई गर्भवती महिलाओं ने इनकी बातों पर विश्वास कर कर के गर्भपात भी करवा लिया।
पूछताछ में जोधपुर शहर के ऐसे कई अवैध केंद्रों एवं स्थानों की जानकारी मिली है। बताया जाता है कि नरेश पहले पकड़े गए डॉ इम्तियाज व हनुमान ज्यानी के सम्बन्ध में छपी खबरों से प्रभावित था और जल्दी रुपये कमाने के लालच में धोखाधड़ी से सोनोग्राफी का नाटक कर लिंग बता रूपये ऐंठेने का गोरखधंधा चला रहा था।
आरोपी नरेश को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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